
रिपोर्टर शिव कुमार अमृतसर पंजाब
भाई साहब कहते हैं कि हम चौना का स्वागत करते हैं जिनके पास 5 बनिया हैं वो सिर्फ अमृतधारी सिखों से ही लड़ें भाई मनजीत सिंह के अनुसार, जब केंद्र द्वारा चुनाव कराया जाता है, तो केंद्र निर्णय लेता है भाई मनजीत सिंह कहते हैं कि मैं भी राष्ट्रपति पद के लिए सेवा करना चाहता हूं लेकिन जैसा मेरी पार्टी कहती है अगर एसजीपीसी विपक्ष को घेरे से बाहर निकालती है तो अध्यक्ष के पास लड़ने-झगड़ने का खुला मौका है। हमारा परिवार धार्मिक है क्योंकि उन्होंने 84 वर्षों में सिख राष्ट्र की सेवा की और जेल गए मैंने 84 के कालखंड में जेलें काटीं। सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री का ऑफर था, लेकिन अकाल तख्त साहिब ने गद्दी उतार दी।
भाई मंजीत कहते हैं कि जिसने कुर्बानी दी है उसे राष्ट्रपति पद के लिए लड़ना चाहिए मतदान कोई सिद्ध सिक्ख ही कर सकता है लिस्ट तैयार करने में 6 महीने लग गए।पंजाब सरकार कहती थी कि एसजीपीसी गोलक खा रही है और उनके पास ओपन चैलेंज है जिसमें आकर सर्विस करनी है। एक-एक पैसा इधर-उधर करने की बात सोचना भी पाप है, लेकिन ये आरोप लगते रहे हैं लेकिन हम जानते हैं कि हम अपने पल्लो खर्च कर सेवा कर रहे हैं।