Madhya Pradesh News महिदपुर तहसील कार्यालय पर अनुविभागीय अधिकारी महिदपुर को माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी चौहान के नाम किसानों के द्वारा किसान संघ के संयुक्त तत्वावधान में ज्ञापन दिया गया

रिपोर्टर हेमंत राजपूत उज्जैन मध्य प्रदेश
ज्ञापन के विषय में चर्चा करने पर किसान प्रतिनिधि मनोहर सिंह आंजना महू ने बताया की सोसाइटी सहकारी बैंक की कृषि लोन केसीसी पलटी की रीति नीति में बदलाव के संबंध में माननीय मुख्यमंत्री जी को ज्ञापन दिया गया है किसानों के द्वारा मुख्यमंत्री जी से मांग की गई है सहकारी बैंक पलटी के नाम पर जो पूरा मूलधन जमा करवाया जाता है इसे बंद करके सिर्फ खाद बीज एवं बीमा प्रीमियम की राशि जमा करवाकर की ही पलटी कराई जाए पलटी के नाम पर किसानों का शोषण हो रहा है आमतौर पर किसानों के पास एक मुष्त पैसा नहीं होने के कारण वह या तो मोटे ब्याज पर पैसा लेकर पलटी करता है या पैसा नहीं होने के कारण फिर डिफाल्टर हो जाता है उन्होंने पूछा जो पैसा साल में 11 महीने 20 दिन किसानों के पास रहता है अगर वह 10 दिन के लिए स हकारी बैंक में जमा हो जाए तो इससे बैंक को कितना फायदा हो सकता है 10 दिनों में कोई बहुत बड़ा उलटफेर नहीं हो सकता है परंतु पूरे पलटी में किसानों को बहुत दिक्कत होती है या तो वह सूदखोरों के जाल में फंस जाते हैं या फिर डिफाल्टर हो जाते हैं उन्होंने बताया कि अगर पलटी की व्यवस्था में बदलाव सरकार करती है तो 99 प्रतिशत किसान समय पर पलटी करके डिफाल्टर होने से बचेंगे इसी के साथ उन्होंने बताया कि पलटी के नाम पर सहकारी संस्थाओं में पलटी माफिया वाद चल रहा। है
अगर किसान स्वयं पलटी कर भी देता है तो महीने डेढ़ महीने तक उसके पैसे नहीं निकलते है और वह बैंक का चक्कर लगाने पर मजबुर होता है और अगर किसान इन सिस्टम के माफियाओं को पैसे देकर पलटी करवाता है तो उनका पैसा 3दिन में ही निकाल दिया जाता है यह भ्रटाचार भी है और व्यवस्था के साथ खिलवाड़ भी। है और अन्ननदाता किसान के पसीने का अपमान भी। है इसी के साथ उन्होंने बैंक में बचत खातों पर बैंक कर्मियों द्वारा रोक लगाने के नियम को तत्काल बंद करने एवं बचत खाते से छेड़छाड़ किए जाने पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किए जाने की मांग की आज अधिकतम किसान कम पढ़े लिखे हैं उन्हें बैंक की पासबुक की एंट्री तक पढ़ना नहीं आती कब पैसा कट जाता है पता नहीं चलता और इसके नाम पर किसानों का शोषण होता है इसी के साथ उन्होंने सरकार से मांग करी की सरकार अनुदान देकर सहकारी बैंक के कर्ज देने की जो लिमिट है उसे बड़ा ए क्योंकि आज किसान बहुत बड़ी संख्या में प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की बैंकों के चंगुल में फंसता जा रहा है आज सैकड़ों किसानों के प्रति वर्ष जमीन नीलाम हो रही है प्राइवेट बैंक की योजनाएं दूर से देखने पर बहुत ही मनभावन लगती है परंतु जब आदमी इनके चक्कर में पड़ता है तो वह फस जाता है एवं खेती अनिश्चिताओ का सागर है अगर किसी वर्ष फसल बिगड़ जाते हैं तो किसानों प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों की शर्तों को पूरा नहीं कर पाते हैं एवं बड़ी-बड़ी पेनेंटिया एवं पैसे जमा करने का बड़ा दबाव किसानों को हताश निराश एवं भयाआक्रांत कर देता है जिससे कई किसान तो आत्महत्या जैसे कृत्य कर लेते हैं इसी के साथ किसानों ने एक मांग रखी है कि क्षेत्र में किसानों के सामान की चोरी की सैकड़ों घटनाएं होती है परंतु थाने पर जाने पर सिर्फ एक कागज पर आवेदन लेकर उन्हें घर भेज दिया जाता है एवं उनके आवेदन पर एक फायर नहीं की जाती है जिससे किसान अपनी चोरी तक को रिकॉर्ड में नहीं ला सकता है इसने किसानों ने मांग करि है के प्रति तहसील मुख्यालय पर महीने में एक बार एक एडिशनल एसपी रैंक के अधिकारी का शिविर लगाकर किसानों से संबंधित अपराधिक घटनाओं सीधे-सीधे एफ आई आर दर्ज कराने का प्रबंध करें जिससे किसानों के साथ हो रही घटनाओं का सही रिकॉर्ड सरकार के सामने आएगा आज थाने रिकॉर्ड सही रखने के चक्कर में कई ऐसी घटनाओं को उल्लेखित मात्र भी नहीं करते जिससे लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है किसानों ने कहा है किसान के सम्मान स्वाभिमान एवं संपदा की रक्षा के लिए सरकार हमारे विषयों को गंभीरता से विचार कर किसान हितों में इन बिंदुओं को कार्रवाई में लेकर किसानों को सच्चे अर्थों में इन पलटी की कठिन प्रक्रिया से आजादी प्रदान करें इस अवसर पर किसान संघ के तहसील एवं जिला स्तर के पदाधिकारी उपस्थित रहे ज्ञापन का वाचन मनोहर सिंह आंजना ने किया ज्ञापन देने के उपरांत SDM महिदपुर ने किसानों को आश्वस्त किया कि वह किसानों की मांग को मुख्यमंत्री तक अविलंब प्रेषित करेंगे ।