
रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्यप्रदेश
भोपाल के बाग मुगलिया क्षेत्र में रहने वाले व्यक्ति के घर में लगभग 4 महीने पहले जन्म लिए उनके बेटे ने घर को खुशियों से भर दिया। लेकिन जन्म के लगभग 15- 20 दिन बाद ही उनका बेटा बार-बार बीमार पड़ने लगा। कभी तेज सर्दी खांसी, बुखार तो कभी तेज सांस लेना। सांस लेने में तकलीफ होने पर बच्चों का रात-रात भर जोर जोर से रोते रहना मां-बाप को लगातार परेशान करने लगा। माता-पिता ने आसपास के डॉक्टर को दिखाया भी, लेकिन इलाज से कोई स्थाई आराम नहीं मिला । इसी बीच राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का दल बागमुगलिया क्षेत्र की आंगनवाड़ी में बच्चों के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पहुंचा। बच्चे के परीक्षण में टीम को ये लगा कि बच्चे को हृदय संबंधी कोई समस्या अवश्य है । उन्होंने माता-पिता को समझाया और जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र आकर बच्चे की विस्तृत जांच के लिए तैयार किया गया । इस केंद्र में आकर और जयप्रकाश जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों द्वारा बच्चे का परीक्षण कर यह मालूम हुआ कि उसे दिल की जटिल बीमारी है, जिसका जल्द से जल्द ऑपरेशन करवाना बेहद जरूरी है। बच्चे की सर्जरी की त्वरित आवश्यकता को देखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ मनीष शर्मा द्वारा निशुल्क इलाज की स्वीकृति कर सर्जरी के लिए एस आर सी सी मुंबई भेजा गया। 18 जुलाई को बच्चे की जटिल सर्जरी की गई। उपचार के बाद बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है। आर बी एस के दल द्वारा रूटीन फॉलोअप किया जा रहा है। बच्चे के इलाज पर साढ़े तीन लाख का खर्चा आया है जिसे इस योजना के तहत निशुल्क करवाया गया है। सब्जी बेचकर अपना परिवार चलाने वाले बच्चे के पिता ने इस कार्यक्रम और इसके माध्यम से दी जा रही सेवाओं के लिए शासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि अगर लाखों रुपए में होने वाला ऑपरेशन सरकार द्वारा नहीं करवाया जाता तो इलाज में और न जाने कितना विलंब हो जाता।राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत दी जा रही निशुल्क सेवाएं के सम्बन्ध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ मनीष शर्मा ने बताया कि जिला चिकित्सालय परिसर में संचालित शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र के माध्यम से सर्जरी, थैरेपी सेवाएं निशुल्क दी जा रही हैं। निम्न आय वर्ग के साथ साथ ए पी एल परिवारों के लिए भी सभी सेवाएं निशुल्क उपलब्ध हैं।




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