
पटना जंक्शन पर रेल पुलिस की बड़ी कार्रवाई, बाल तस्कर गिरफ्तार, 9 बच्चे मुक्त
पटना। बाल तस्करी के एक बड़े मामले का खुलासा पटना जंक्शन पर उस समय हुआ जब रेल पुलिस ने प्लेटफॉर्म संख्या तीन पर खड़ी भागलपुर-सूरत एक्सप्रेस के एस-3 कोच में जांच अभियान चलाया। जांच के दौरान पुलिस ने एक संदिग्ध युवक को नौ नाबालिग बच्चों के साथ पकड़ा। पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह सभी बच्चों को काम के लिए सूरत ले जा रहा था।
गिरफ्तार युवक की पहचान झारखंड के साहेबगंज जिले के रामपुर निवासी तारिक अनवर के रूप में की गई है। उसने बताया कि उसे सूरत की एक कपड़ा फैक्ट्री में साड़ी कढ़ाई और मजदूरी के लिए इन बच्चों को पहुंचाना था। इसके बदले उसे प्रत्येक बच्चे के लिए 300 रुपये महीना मिलने वाला था।
रेल पुलिस ने बताया कि सभी बच्चों को काम के बहाने बहला-फुसलाकर और उनके माता-पिता को पैसे का लालच देकर ले जाया जा रहा था। तलाशी के दौरान तस्कर के पास से एक मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है।
मुक्त कराए गए बच्चों में से सात झारखंड के साहेबगंज जिले के और दो बिहार के कटिहार जिले के रहने वाले हैं। फिलहाल सभी बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) को सौंपने की प्रक्रिया चल रही है।
रेल पुलिस ने तस्कर तारिक अनवर के खिलाफ पटना जंक्शन रेल थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और बाल तस्करी के खिलाफ जांच तेज कर दी गई है।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि बाल तस्करी रोकने के लिए विशेष निगरानी अभियान चलाया जा रहा है। स्टेशन परिसर और ट्रेनों में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।