
गोपाल खेमका हत्याकांड पर चिराग पासवान का तीखा बयान: “सवालों से नहीं भाग रही सरकार, मामले की हो निष्पक्ष जांच”
पटना। पटना में जाने-माने उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या ने राजधानी की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस सनसनीखेज हत्याकांड को लेकर विपक्षी दल लगातार सरकार को घेर रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी घटना को लेकर गहरी चिंता जताई और इसे बेहद गंभीर मामला करार दिया।
पत्रकारों से बातचीत में चिराग पासवान ने कहा कि,
“अगर किसी उद्योगपति की हत्या राजधानी के पॉश इलाके में होती है, तो यह न सिर्फ अपराध का मामला है, बल्कि यह दर्शाता है कि अपराधियों में कानून का कोई डर नहीं है।”
उन्होंने कहा कि इस विषय पर जो सवाल उठ रहे हैं, उनसे वह या उनकी सरकार भाग नहीं रही है, बल्कि जवाब देने को तैयार है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस मामले में सरकार स्थानीय प्रशासन से लगातार संपर्क में है और हर जरूरी कदम उठाया जा रहा है।
चिराग पासवान ने यह भी खुलासा किया कि गोपाल खेमका के परिवार को पहले भी ऐसी घटनाओं का सामना करना पड़ा था। ऐसे में प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि उन्हें पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई जाए।
उन्होंने यह मांग की कि हत्याकांड की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों को जल्द से जल्द कानून के शिकंजे में लाया जाए।
राजनीतिक प्रतिक्रिया:
खेमका हत्याकांड को लेकर कांग्रेस, राजद और जन सुराज जैसे कई विपक्षी दल पहले ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर चुके हैं। अब चिराग पासवान का बयान इस मुद्दे को और गरमाता हुआ दिख रहा है।
निष्कर्ष:
पुलिस और प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या राजधानी के हाई-सेक्योरिटी ज़ोन में भी अब आम लोग सुरक्षित नहीं हैं? विपक्ष और आमजन दोनों इस घटना को लेकर आक्रोशित हैं और अब निगाहें प्रशासन की कार्रवाई और सरकार के अगले कदम पर टिकी हैं।