
शीर्षक: गोपाल खेमका हत्याकांड: विपक्ष ने सरकार पर बोला हमला, कांग्रेस ने नीतीश से मांगा इस्तीफा, पप्पू यादव ने की CBI जांच की मांग
पटना। पटना में व्यापारी गोपाल खेमका की हत्या के बाद सूबे की सियासत में उबाल आ गया है। विपक्ष ने कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। शनिवार को कांग्रेस, जन अधिकार पार्टी समेत अन्य नेताओं ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की और प्रशासन की लापरवाही पर सवाल खड़े किए।
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने खेमका के स्वजनों से मुलाकात के बाद कहा कि हत्या के बाद परिवार ने एसएसपी, डीएसपी और स्थानीय थाने को बार-बार फोन किया, लेकिन किसी ने कॉल रिसीव नहीं किया। तीन घंटे तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। जब जिलाधिकारी डॉ. त्यागराज ने कॉल रिसीव किया, तब जाकर प्रशासन हरकत में आया। उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम में भी छह घंटे की देरी हुई। राजेश राम ने इसे प्रशासनिक विफलता बताया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जनता को सुरक्षा देने में विफल रही है और राज्य में अराजकता का माहौल है। उन्होंने जनता से सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की अपील की।
इधर, पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव भी खेमका हत्याकांड के विरोध में पटना की सड़कों पर उतरे। उन्होंने बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ प्रदर्शन करते हुए इस पूरे मामले की CBI जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि राजधानी में जब इतनी बड़ी वारदात हो सकती है, तो बाकी बिहार की स्थिति सोच से परे है।
वहीं, कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने कहा कि यह चौंकाने वाला है कि पुलिस थाना के पास ऐसी बड़ी वारदात हो गई और पुलिस ने समय पर कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह ढह चुकी है। साथ ही यह भी जोड़ा कि कांग्रेस राज्य में सत्ता परिवर्तन के लिए जनता के साथ खड़ी है।
इस मामले ने बिहार की राजनीति को गरमा दिया है और आने वाले दिनों में विपक्ष के तेवर और तीखे होने की संभावना है।