रिपोर्टर सतीश नारनौल हरियाण
नारनौल:- इस दिपावली मेले का शुभारंभ मां सरस्वती का पूजन और प्राचार्य के करकमलों द्वारा रिब्बन काट कर किया गया। प्राचार्य डॉ पूर्ण प्रभा ने विधार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि महाविद्यालय में आने वाले दिपावली पर्व से पहले आनंदमय सांस्कृतिक उत्सव दिन बनाने के लिए, इस प्रकार के मेले का आयोजन से विधार्थियों में देश की सांस्कृतिक विरासत त्योहारों और आधुनिक हुनर सिखने का मौका मिलता है। साथ ही साथ इस प्रकार की गतिविधियों से विधार्थियों का सर्वांगीण विकास होता है।इस दिपावली मेले के मौके पर छात्र-छात्राओं ने खाद्य सामग्री के स्टॉलो ,हस्त कला से सम्बंधित उत्पादों, खेल कूद की स्टालों, पेड़ पौधों और सौंदर्य उत्पादों की स्टालों को लगाकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इन दुकानों को बैनरों और मिट्टी के लालटेनों से सजाया गया था। इस सम्पूर्ण कार्यक्रम में करीब 20 स्टालों को लगाया गया। सभी स्टालों पर महाविद्यालय स्टाफ सदस्यों और विधार्थियों ने जमकर खरीदारी की साथ ही तरह तरह के खाद्य पदार्थ पानी पूड़ी, चीला, डोसा, इडली, सांभर बड़ा , पेय पदार्थ दाल रोटी, फ्रूट चाट, सभी का विद्यार्थियों ने जमकर स्वाद का आनन्द लिया। सभी विभागों के तत्वावधान में आयोजित स्टॉल्स प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा उत्पादों को बिक्री कर अर्थ शास्त्र विभाग ने प्रथम, हिंदी विभाग ने द्वितीय तथा ज्योलोजी विभाग ने तृतीय पुरस्कार जीता इस मेले में प्राणी शास्त्र विभाग की टीम कुलसचिव डॉ सत्य पाल सुलोदिया के दिशानिर्देशों में बिना इंवेस्टमेंट के खेलों के माध्यम से टिकट बिक्री कर अपने प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया। nइस मेले में डॉ विजेंद्र, डॉ हिमालिका, डॉ पारूल, डॉ सरिता, डॉ ध्वनित ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई।उप प्राचार्य डॉ जगजीत सिंह और मेले कमेटी ने विद्यार्थियों को इस मेले में प्रदर्शनी लगाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि भारतीय परंपरा व संस्कृति का प्रतीक दीपावली पर्व के अवसर पर इस प्रकार के मेले के आयोजन का उद्देश्य छात्राओं में मार्केटिंग के गुर और हुनर विकसित करना है ताकि वो अपने भावी जीवन में आजीविका के लिए काम आने वाले गुणों को विकसित कर सकें। पब्लिक रिलेशन ऑफिसर डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि दीपावली मेले में अनेक प्रकार की प्रदर्शनी लगाई गई जिसमें कपडे़ं, गिफ्ट, रोजमर्रा की सामान्य वस्तुएं व भिन्न-भिन्न खाद्य पदार्थो की स्टॉलें थी। प्रदर्शनी में छात्राओं ने अनेक प्रकार की खेल गतिविधियों से सभी का मनोरंजन किया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार के सभी स्टाफ के सदस्यों के साथ बड़ी संख्या में विधार्थी उपस्थित रहे।