रिपोर्टर राकेश कुमार साहू जांजगीर चांपा छत्तीसगढ़
जांजगीर चांपा
छत्तीसगढ़ राज्य के जांजगीर चांपा जिले के अंतर्गत विभिन्न मंदिरों देवी मंदिरों में विशेष तौर से नवरात्रि पर्व में धूम मची रहती है इसी सिलसिले में जांजगीर चांपा जिले के नैला में एक विशेष प्रकार की मां दुर्गे की स्थापना की गई है।
नैला जांजगीर
नैना जांजगीर में जी दुर्गा की विशेष स्थापना की गई है उसे दर्ज पंडाल को कोलकाता एवं मुंबई से आकर साज सज्जा की गई है जिसमें मां दुर्गे की नौ रूपों का स्थापना किया गया है जिसकी विशेष पूजा अर्चना की जाती है प्रतिवर्ष जांजगीर चांपा जिले में विशेष प्रकार की साज सज्जा से मां दुर्गे को स्थापना की जाती है लाइट की डेकोरेशन मुंबई की माया नगरी की तर्ज पर लाइट की डेकोरेटेड की जाती है जो आकर्षण का केंद्र बनी रहती है कहा जाता है कि इस स्थल पर या रेलवे स्टेशन से लगी हुई रहती है जहां इस नौ रूपों की देवी की स्थापना कर पूजा की जाती है इसे देखने के लिए जांजगीर चांपा जिले ही नहीं संपूर्ण छत्तीसगढ़ के दर्शक इस बार नौ रूप की दुर्गे को देखने एवं पूजा करते हैं।
शीतला माता मंदिर।
जांजगीर चांपा जिले के अकलतरा विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत नरियारा में तालाब के मध्य में स्थित है मां शीतला माता की मंदिर जो की दर्शकों का मन मोह लेती है इस मंदिर की स्थापना भूतपूर्व सरपंच आरती बारेठ नहीं करवाई थी जब से स्थापना हुई है तब से इन मंदिरों में ज्योति कलश प्रज्वलित की जाती है मनोकामना हेतु 9 दिन तक के पूजा अर्चना की जाती है मां शीतला की अभी हमारे छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री में जय शीतला मैया की फिल्म आने वाली है।
सिद्ध शक्तिपीठ जरही माता मंदिर।
ग्राम पंचायत नरियारा की मुलमुला
से अकलतरा की मार्ग मे यह मंदिर स्थापित है जहां माता ने जड़ से इनकी उत्पत्ति हुई है जिस जरही माता कहते हैं यहां पर भी मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित होती है विशेष पूजा अर्चना की जाती है इस मंदिर की खासियत यह है कि जड़ से पैदा हुई है मां दुर्गा जिसे जरही माता के नाम से जाना जाता है 9 दिन की पूजा की जाती है विशेष भोग प्रसाद चढ़ाया जाता है सप्तमी रात को माता अपने रूपों का दर्शन श्रद्धालुओं को दिखाई देती है। वैसे देखा जाए तो हर 6 महीने के पक्ष नवरात्रि पर्व आती है चैत्र का महीना एवं क्वार का महीना इन दोनों में देवी की विशेष पूजा अर्चना की जाती है एवं मनोकामना हेतु ज्योति कलश प्रचलित कर श्रद्धालु उज्जैन अपनी देवी के प्रति समर्पित हो जाते हैं 9 दिन तक।
हमारे दबंग केसरी संवाददाता का कहना यह है कि एवं इंडियन क्राइम न्यूज़ ब्यूरो का नवरात्रि पर्व में जांजगीर-चांपा जिला ही नहीं संपूर्ण भारत में देवी की पूजा की जाती है नौ रूपों की जिसमें देवी अपनी भक्तों को विशेष दर्शन देकर विशेष आशीर्वाद देती है 9 दिन के बाद दशहरा पर्व आता है दशहरा में रावण दहन की जाती है। जांजगीर चांपा जिले की रेलवे स्टेशन परिसर पर मां दुर्गा की विशेष राज श्रृंगार के साथ देवी की नाव रूपों को देखने पर ऐसा लगता है कि मानो स्वर्ग भी यही है ऐसा लगता है कि उसे स्थान को छोड़कर जाने की इच्छा नहीं होती इतनी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है मां की नौ रूपों वाली।इस अवसर पर क्षेत्र के विभिन्न चौक चौराहों पर दुर्गा माता की मिट्टी से बनी हुई मां दुर्गे की स्थापना कर पूजा अर्चना की जाती है एवं 9 दिन तक भक्ति संगीत में डूब जाते हैं एवं नवरात्रि का उपवास भी करते हैं।