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Uttarakhand News अतिक्रमण क़े नाम से हो रहा हैं गरीबों क़े साथ अत्याचार सभी राजनितिक दल अपनी अपनी बिल में छुप गये

रिपोर्टर चौधरी गुफरान अहमद देहरादून उत्तराखण्ड

ज़ब वोट मांगते हैं तब बड़ी बड़ी बातें करतें हैं आज जिनको घर से बेघर कर रहा हैं शासन व प्रशासन ज़ब इन लोगों ने कब्जा किया था तब कहाँ कुम्भकरण की नींद में सौ रहा था आज उस गरीब को देखों जाकर जिसको न भूख लगीं न प्यास न नींद आई में मानता हूँ इन लोगों की गलतियां हैं पर इन से ज्यादा ग्राम प्रधान की भी हैं जिसने वोटो क़े लिये इनको 5000₹0 लेकर बोला की यें खाली हैं समाज की जमीन यहाँ पर तुम बनालो आगे दूसरे से कुछ रूपये लेकर उसको बसा दिया गयाक्या ज़ब शासन व प्रशासन को नहीं पता था की यें समाज की जमीन हैं इस पर किसी बसाने का अधिकार नहीं हैं सरकार!

 

सब से पहले शासन व प्रशासन क़े ग्राम प्रधान व अधिकारियों की जाँच की जाये! जहाँ पर विधायक क़े दूारा c. c. मार्ग बनवाया गया जिस का बॉड लगा हैं आज वह कैसे अवैध हो गया कुछ क़े पास तो भूमि क़े पट्टे की रसीद सन 1995 की हैं मेंमें निवेदन करता हूँ शासन व प्रशासन से इन सबको घर से बेघर न करें! बल्कि इन सभी गरीब विक्तियों के पास बिजली का बिल पानी का बिल व कनक्शन की रशीद यें सब होने क़े इन सबको मालिकाना हक दिलाने का काम करें न की इनके सरो से छत उतार ने का काम न करें उत्तराखण्ड सरकार
धन्यवाद

सेन्ट्रल होपटाउन सेलकुई, छरबा, लक्ष्मीपुर, सहसपुर, नवाबगढ़, इत्यादि!

गलतियों से जुदा तू भी नहीं, में भी नहीं,, दोनों इंसान हैं, खुदा तू भी नहीं में भी नहीं तू मुझे और में तुझे इल्जाम देतें हैं मगर, अपने अन्दर झाँकता तू भी नहीं, में भी नहीं,, गलत फहमीयों ने करदी दूरियां पैदा दोनों में, वरना बुरा तू भी नहीं, में भी नहीं

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