खनन क्षेत्रों में बढ़ते भू-धंसान पर प्रशासन सख्त — बीसीसीएल और डीजीएमएस को मिले सख्त निर्देश
👉 धनबाद प्रशासन ने भू-धंसान की घटनाओं पर जताई गहरी चिंता, कहा — लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी
👉 सुरक्षित खनन को लेकर उपायुक्त आदित्य रंजन की कड़ी चेतावनी — “नियमों का पालन नहीं तो माइनिंग रुकेगी”
👉 इंदिरा चौक की भयावह स्थिति पर विशेष चर्चा, बीसीसीएल को तुरंत कार्रवाई के निर्देश
👉 एसएसपी प्रभात कुमार ने कहा — “सावधानी बरतें, जान-माल का नुकसान हर हाल में टाला जाए”
धनबाद, 15 अक्तूबर 2025
धनबाद जिले में बढ़ते भू-धंसान और भूस्खलन की घटनाओं पर प्रशासन ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री आदित्य रंजन की अध्यक्षता में आज एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें बीसीसीएल, डीजीएमएस, पुलिस विभाग और अन्य संबंधित एजेंसियों के अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि कोयला खनन के दौरान हाल के महीनों में भू-धंसान की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं, जिससे जन-धन की हानि के साथ लोगों का जीवन असुरक्षित हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन की लापरवाही और आउटसोर्सिंग एजेंसियों की उदासीनता इन घटनाओं का प्रमुख कारण है।
उपायुक्त ने बीसीसीएल को खनन कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों और ब्लास्टिंग नियमों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया। साथ ही डीजीएमएस को तीन माह की निरीक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया। उन्होंने चेतावनी दी कि प्रशिक्षित कर्मियों से ही ब्लास्टिंग कराई जाए, अन्यथा खनन पर रोक लगाने की कार्रवाई होगी।
बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक श्री प्रभात कुमार ने कहा कि खनन के दौरान पूरी सावधानी बरती जाए ताकि किसी भी व्यक्ति की जान या संपत्ति को नुकसान न पहुंचे। उन्होंने झरिया के इंदिरा चौक क्षेत्र की भयावह स्थिति पर विशेष चिंता जताई और बीसीसीएल को तुरंत सुधारात्मक कदम उठाने का निर्देश दिया।
एसएसपी ने कंपनियों — बीसीसीएल, एफसीआईएल, डीवीसी और पूर्व मध्य रेलवे — को अतिक्रमित आवासों की सूची प्रशासन को सौंपने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि इन आवासों में बाहरी तत्वों का ठिकाना बनना कानून व्यवस्था के लिए खतरा है।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जर्जर और खतरनाक आवासों को तत्काल तोड़ा जाए और खनन क्षेत्रों की खतरनाक सड़कों को चिन्हित कर प्रशासन को जानकारी दी जाए।
उपायुक्त ने सभी एजेंसियों से कहा कि सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन, जोखिम आकलन, और वैकल्पिक प्रबंधन उपायों को समय पर लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि बीसीसीएल और डीजीएमएस को तकनीकी मार्गदर्शन के साथ नियमित समीक्षा करते हुए सुरक्षा की जवाबदेही सुनिश्चित करनी होगी।
बैठक में बीसीसीएल निदेशक (तकनीकी) श्री नीलाद्री राय, सीआईएसएफ कमांडेंट श्री आशुतोष चौधरी एवं श्री तपन कुमार पोद्दार, अपर समाहर्ता श्री विनोद कुमार, एसडीओ श्री राजेश कुमार, आपदा प्रबंधन पदाधिकारी श्री संजय कुमार झा, डीएमओ श्री रितेश राज तिग्गा, और विभिन्न अंचलों के अंचल अधिकारी मौजूद रहे।