फेक न्यूज और साइबर अपराध के खिलाफ “डिजिटल वॉरियर” अभियान*
*फेक न्यूज और साइबर अपराध के खिलाफ “डिजिटल वॉरियर” अभियान*
*दिनांक: 02 सितंबर 2025*
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उत्तर प्रदेश पुलिस ने फेक न्यूज और साइबर अपराध जैसी बढ़ती चुनौतियों से निपटने के लिए *”डिजिटल वॉरियर”* अभियान को पूरे राज्य में प्रभावी ढंग से लागू किया है। इस अभियान का उद्देश्य युवाओं, विशेष रूप से स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राओं को डिजिटल साक्षरता, सूचना के सत्यापन, और साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस पहल के तहत, उत्तर प्रदेश पुलिस ने जनपद के सभी थानों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में स्थित स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें, ताकि युवा पीढ़ी को *”डिजिटल वॉरियर”* के रूप में तैयार किया जा सके।
*अभियान का उद्देश्य*
*”डिजिटल वॉरियर”* अभियान का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित है:
1. *फेक न्यूज का मुकाबला*: सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल प्लेटफार्मों पर फैलने वाली भ्रामक और झूठी खबरों की पहचान करना, उनका खंडन करना, और जनता को इसके दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना।
2. *साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता*: साइबर धोखाधड़ी, डिजिटल ठगी, और अन्य ऑनलाइन खतरों से बचाव के लिए समुदाय को शिक्षित करना।
3. *युवाओं की भागीदारी*: स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राओं को डिजिटल साक्षरता और आलोचनात्मक सोच के कौशल से लैस करना, ताकि वे अपने परिवार और सामाजिक दायरे में जागरूकता फैलाने में सहयोगी बन सकें।
4. *पुलिस की पहल को बढ़ावा*: पुलिस की सकारात्मक पहलों और उपलब्धियों को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित करना।
*जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन*
उत्तर प्रदेश पुलिस के निर्देशानुसार, जनपद के सभी थानों द्वारा अपने क्षेत्रों के स्कूलों, कॉलेजों में जागरूकता कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। इन कार्यशालाओं में निम्नलिखित गतिविधियां शामिल थीं:
– *विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण*: साइबर अपराध विशेषज्ञों, तथ्य-जांचकर्ताओं (फैक्ट-चेकर्स), और जिला साइबर सेल के प्रशिक्षकों ने छात्रों को तकनीकी जानकारी और व्यावहारिक अनुभव साझा किए।
– *साइबर क्लब की स्थापना*: प्रत्येक शैक्षणिक संस्थान में एक शिक्षक को नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है, जो “साइबर क्लब” की गतिविधियों का समन्वय करेगा। ये क्लब पोस्टर-मेकिंग, नारा लेखन, और सोशल मीडिया सामग्री निर्माण जैसे रचनात्मक सत्रों के माध्यम से जागरूकता बढ़ाएंगे।
– *छात्रों को प्रशिक्षण*: छात्रों को फेक न्यूज की पहचान, साइबर अपराधों के जोखिम, और डिजिटल सुरक्षा उपायों के बारे में प्रशिक्षित किया गया। उन्हें आलोचनात्मक सोच विकसित करने और सूचनाओं के सत्यापन के तरीकों को समझने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
*युवाओं की भूमिका*
इस अभियान के तहत, युवाओं को “डिजिटल वॉरियर” के रूप में चयनित किया जा रहा है, जिनका चयन निम्नलिखित मानदंडों पर आधारित है:
– स्वच्छ छवि और किसी भी विवादास्पद गतिविधियों में गैर-संलिप्तता।
– एक गूगल फॉर्म के माध्यम से आवेदन और भारतीय कानूनों का पालन करने, फेक न्यूज को रोकने, और साइबर अपराधों से बचने की लिखित प्रतिबद्धता।
– डिजिटल वॉरियर्स को मासिक आधार पर अपनी गतिविधियों, जैसे फेक न्यूज का खंडन और पुलिस की पहलों का प्रचार, की रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।
*आम जनता से अपील*
उत्तर प्रदेश पुलिस आम जनता, विशेष रूप से युवाओं और सोशल मीडिया प्रभावित करने वालों (इन्फ्लुएंसर्स) से अपील करती है कि वे इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें। यह पहल न केवल डिजिटल सुरक्षा को बढ़ावा देगी, बल्कि युवाओं को सामाजिक जिम्मेदारी और राष्ट्र की सुरक्षा में योगदान देने का अवसर भी प्रदान करेगी। भागीदारी पूरी तरह से स्वैच्छिक और अवैतनिक होगी।