गलत पावर ऑफ अटॉर्नी से अधिवक्ता की ज़मीन बची, सब रजिस्ट्रार ने दिखाई सख़्ती
👉 भू-माफ़ियाओं की साज़िश नाकाम, अधिवक्ता सपन पाल की ज़मीन बची
👉 सब रजिस्ट्रार की त्वरित कार्रवाई से रुकी अवैध रजिस्ट्री
👉 अधिवक्ताओं की एकजुटता से भू-माफ़ियाओं की चाल पर लगी रोक
👉फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी का पर्दाफाश, सब रजिस्ट्रार ने किया एक्सीक्यूशन रोका
धनबाद में अधिवक्ता सपन पाल की ज़मीन को भू-माफ़ियाओं द्वारा अवैध रूप से हड़पने की साज़िश नाकाम हो गई। जानकारी के अनुसार, कुछ लोगों द्वारा उनकी ज़मीन पर कब्ज़े की नीयत से ग़लत पावर ऑफ अटॉर्नी तैयार कर रजिस्ट्री ऑफिस में प्रक्रिया पूरी करने की कोशिश की जा रही थी।
मामले की भनक लगते ही अधिवक्ता गजेंद्र ने तुरंत सब रजिस्ट्रार से मुलाकात कर इस पर रोक लगाने का आवेदन दिया। सब रजिस्ट्रार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अधिवक्ता सपन पाल की ज़मीन पर किसी भी प्रकार का निबंधन या पावर ऑफ अटॉर्नी निष्पादित नहीं करने का आदेश जारी कर दिया।
हालाँकि बाद में कर्मचारियों की मिलीभगत से सब रजिस्ट्रार को अंधेरे में रखकर ग़लत तरीके से साइन करा लिए गए थे। जब यह जानकारी पुनः अधिवक्ता गजेंद्र को मिली, तो वे फिर रजिस्ट्री ऑफिस पहुँचे और शिकायत दर्ज की। इस पर सब रजिस्ट्रार ने डीड राइटर को कड़ी फटकार लगाई और उस फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी को एक्सीक्यूट होने से रोक दिया।
अधिवक्ता गजेंद्र ने सब रजिस्ट्रार की निष्पक्ष कार्रवाई के लिए आभार व्यक्त किया। वहीं सब रजिस्ट्रार ने भरोसा दिलाया कि जब तक वे पद पर हैं, इस जमीन पर किसी प्रकार का ग़लत पावर ऑफ अटॉर्नी या निबंधन नहीं होगा। उन्होंने अधिवक्ता गजेंद्र को इस पूरे मामले की सूचना एसडीएम/सीओ को देने का भी सुझाव दिया।
इसके बाद अधिवक्ता गजेंद्र ने एसडीएम से मुलाकात कर मामला रखा और धनबाद थाना में भी जाकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
इस दौरान अधिवक्ता चंद्रशेखर तिवारी, अमरनाथ तिवारी, मनोज सिन्हा, भुवन मोहन एंबेस्टा, संजय शर्मा, प्रवीण सिन्हा, इमरान, वक़ार, गुलशन, खुश्बू, सोनू, स्नेहा सहित कई अन्य अधिवक्ता मौके पर मौजूद रहे।