
पटना में बाढ़ का संकट: सपनों का शहर डूबा, उम्मीदों की नाव पर सवार जिंदगी
पटना, जिसे सपनों और संघर्ष का शहर कहा जाता है, इन दिनों बाढ़ की भीषण त्रासदी से गुजर रहा है। गली-मोहल्लों से लेकर मुख्य सड़कों तक हर ओर पानी ही पानी फैला हुआ है। घरों में कैद लोग नाव और ट्रैक्टर पर सवार होकर अपनी जिंदगी की डोर थामे हुए हैं।
सड़कें नदियों में बदल चुकी हैं, बिजली-पानी की समस्या ने हालात और गंभीर कर दिए हैं। कई इलाकों में लोग छतों पर शरण लेने को मजबूर हैं, वहीं प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है।
बाढ़ से प्रभावित लोगों की आंखों में बेबसी है, लेकिन साथ ही उम्मीद भी—उम्मीद कि हालात जल्द सुधरेंगे और शहर फिर से अपने असली रंग में लौटेगा।