
पटना जंक्शन पर छह माह के बच्चे की अपहरण की वारदात, महिला से विश्वास जीतकर आरोपी हुआ फरार
पटना: पटना जंक्शन पर एक बार फिर बच्चा चोर गिरोह ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। औरंगाबाद की रहने वाली एक महिला से उसके छह माह के बेटे का अपहरण कर लिया गया। यह घटना 22 अगस्त की है, जब पीड़िता रेणु कुमारी अपने बेटे आर्यन उर्फ देवांश के साथ कोटा-पटना एक्सप्रेस से पटना जंक्शन पहुंची थीं।
रेणु कुमारी ने बताया कि सफर के दौरान कोटा से ही एक 20–25 वर्षीय युवक उनके साथ जनरल बोगी में यात्रा कर रहा था। युवक ने लगातार बातचीत कर और बच्चे से खेलकर उनका विश्वास जीत लिया। पटना जंक्शन पहुंचने पर जब महिला प्लेटफार्म संख्या 10 पर स्थित वेटिंग हॉल के पास वाशरूम गईं, तो वह युवक बच्चे को अपने पास रखने का प्रस्ताव देकर रुक गया। महिला के लौटने पर न तो वह युवक मिला और न ही बच्चा।
महिला ने प्लेटफार्म पर काफी खोजबीन की, लेकिन जब सफलता नहीं मिली तो उन्होंने तुरंत जीआरपी थाना में शिकायत दर्ज करवाई। रेलवे पुलिस ने मामला दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी की पहचान और तलाश शुरू कर दी है।
पीड़िता मूल रूप से औरंगाबाद के उपहारा की रहने वाली हैं और मई 2024 में उनकी शादी हुई थी। उनका ससुराल रोहतास के डेहरी में है, जबकि उनका पूरा परिवार वर्तमान में रामगढ़ (मध्य प्रदेश) में रहता है। वह अपनी बीमार मां से मिलने औरंगाबाद जा रही थीं।
रेलवे पुलिस का कहना है कि प्राथमिक तौर पर मामला सुनियोजित लग रहा है और संभावना जताई जा रही है कि इसमें किसी बच्चा चोर गिरोह का हाथ हो सकता है।
सावधानी बरतें: यात्रा के दौरान बच्चों को अनजान व्यक्तियों के भरोसे न छोड़ें
यह घटना एक बार फिर यह सिखाती है कि यात्रा के दौरान विशेषकर छोटे बच्चों के मामले में किसी अनजान व्यक्ति पर भरोसा करना खतरनाक हो सकता है। रेलवे और सुरक्षा एजेंसियों से अपेक्षा की जाती है कि ऐसे गिरोहों पर कड़ी निगरानी और कार्रवाई की जाए।



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