
बिहार की सियासत में चल रहा है ‘चोरी और कॉपी-पेस्ट’ का आरोप-प्रत्यारोप का दौर
पटना: बिहार की राजनीति इन दिनों ‘चोरी और कॉपी-पेस्ट’ के आरोपों से गर्माई हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा हाल ही में कई योजनाओं की घोषणाएं की गईं हैं, जिन्हें विपक्ष खासकर राजद और कांग्रेस अपनी पुरानी योजनाओं की नकल करार दे रहा है। दूसरी ओर सत्ता पक्ष विपक्ष पर ‘टाइटल चोरी’ और झूठे दावों का आरोप लगा रहा है।
नीतीश कुमार ने हाल ही में सभी घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा की, जिसे कुछ ही दिनों में कैबिनेट की मंजूरी भी मिली। वहीं, वृद्धजन पेंशन योजना की राशि बढ़ाकर 1100 रुपए किए जाने को भी विपक्ष ने अपनी योजना की नकल बताया है। राजद नेता तेजस्वी यादव का कहना है कि उनकी पार्टी पहले ही संकल्प पत्र में वृद्धजन पेंशन राशि 1500 रुपए तक बढ़ाने का वादा कर चुकी है।
सत्तापक्ष ने इसका पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस और राजद केवल ‘टाइटल चोरी’ में लगे हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने राहुल गांधी को ‘जननायक’ का तगमा दिया तो सांसद पप्पू यादव ने तेजस्वी यादव को ‘जननायक’ कह दिया। जदयू नेताओं का कहना है कि केवल टाइटल लेने से कोई जननायक नहीं बन जाता।
लोकसभा चुनावों के दौरान भी नौकरियों को लेकर विवाद हुआ था, जहां तेजस्वी यादव ने दावा किया था कि नौकरियां उनके प्रयास से मिली हैं, जबकि सरकार इसे अपने काम का परिणाम मानती है।
संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा है कि विपक्ष को अपनी पुरानी योजनाओं को सरकार द्वारा लागू होते देखकर उसकी तारीफ करनी चाहिए, लेकिन विपक्ष इसके बजाय आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कर रहा है।
चुनावों के नजदीक आते ही यह आरोप-प्रत्यारोप का दौर और तीव्र होने की संभावना है, जिससे बिहार की सियासत में और भी ज्यादा बहस छिड़ने की उम्मीद है।



Subscribe to my channel