टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत प्रदेश में गांव-गांव पहुंचकर हो रही हैंडहेल्ड एक्स-रे से टीबी की जांच
अत्याधुनिक तकनीक: ऑन-स्पॉट डिजिटल एक्स-रे जांच

रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्यप्रदेश
टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत प्रदेश के सभी जिलों में नि-क्षय शिविरों के माध्यम से गांव-गांव जाकर टीबी उन्मूलन की दिशा में जागरूकता, जांच एवं उपचार का सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस विशेष अभियान का उद्देश्य ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्रों तक पहुंचकर संभावित टीबी मरीजों की शीघ्र पहचान और समुचित उपचार सुनिश्चित करना है। जिले स्तर पर यह अभियान स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारियों, जिला क्षय अधिकारियों, राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम की टीमों, कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHO) और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा प्रभावी रूप से संचालित किया जा रहा है। इस अभियान की प्रमुख विशेषता अत्याधुनिक डिजिटल हैंडहेल्ड एक्स-रे मशीन का उपयोग है। यह मशीन कैमरे की तरह हल्की, पोर्टेबल होती है और लैपटॉप से अटैच होकर तुरंत एक्स-रे इमेज प्रदर्शित करती है। इस तकनीक के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में ही मौके पर जांच की सुविधा उपलब्ध हो रही है, जिससे संभावित टीबी रोगियों की त्वरित पहचान एवं उपचार प्रारंभ किया जा रहा है। अब तक इस मशीन के माध्यम से 37,775 व्यक्तियों की छाती की जांच की जा चुकी है। इनमें से संदिग्ध मरीजों के बलगम के नमूने प्रयोगशाला भेजे गए, और जिन मामलों में टीबी की पुष्टि हुई, उन्हें तुरंत दवा दी गई।