
रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्यप्रदेश
पुलिस के बडे अधिकारी बनकर धोखाधडी करने वाले आरोपी द्वारा व्हाॅसएप वीडियो काॅलिंग के माध्यम से पुलिस की वर्दी पहनकर डिजिटल अरेस्ट की घटना को अंजाम दिया गया।आरोपियों द्वारा जेल भेजे जाने की धमकी देकर तथा फर्जी वारंट बनाकर आनलाईन पेशी के लिए मजबूर किया जाता था।आरोपियों द्वारा रूपयों को वैरिफाई करने के बहाने ट्रांसफर कराते थे। कोलार रोड जिला भोपाल निवासी पीड़ित महिला द्वारा एक लिखित शिकायत आवेदन साईबर क्राईम थाना क्राईम ब्रांच जिला भोपाल मे प्राप्त हुआ। आवेदन मे अज्ञात व्यक्ति द्वारा पीड़ित महिला से फोन पर संपर्क कर महिला के नंबर को इल्लीगल बताया गया तथा पुलिस से संपर्क करना बताकर सभी नंबरों का सीज करने, पुलिस कस्टडी में लेने व अरेस्ट करने की धमकी देकर, डरा धमका कर 5,00,000 रूपये की धोखाधड़ी की गई। शिकायत की जाँच के बाद अपराध क्रमांक – 65/2024 धारा 419, 420, 467, 468 भादवि का पंजीबद्ध कर विेवेचना मे लिया गया। आरोपियों ने महिला को काल करके खुद को पुलिस अधिकारी होना बताया । तथा महिला के मोबाईल नंबर को इल्लीगल गतिविधियों में संलिप्त है ऐसा बताकर एक फर्जी एफआईआर नंबर भेजा। आरोपियों द्वारा इसके बारे में किसी अन्य को बताने से मना किया गया। महिला को लगभग 12 घंटों तक अकेले ही व्हाटसएप वीडियो काल के माध्यम से डिजीटल अरेस्ट कर रखा गया व धमकी दी गई कि किसी अन्य व्यक्ति को इसके बारे में बताया तो लोकल थाने के माध्यम से अरेस्ट करके पुलिस कस्टडी में ले लिया जाएगा। जिसके बाद आरोपियों द्वारा महिला के बैंक खाते में रखें रूपयों को इल्लीगल बताकर रूपयों के बेरिफाई करने के लिए भेजने को कहा गया,तो महिला ने बैंक जाकर आरटीजेएस के माध्यम से 5 लाख रूपये अन्य बैंक खाते में भेज दिए गए। पूरी घटना में आरोपियों द्वारा पीड़ित महिला को व्हाट्सएप वीडियो काल पर रखा गया। सायबर क्राईम जिला भोपाल की टीम द्वारा कार्यवाही कर अपराध करने में प्रयोग किये गये बैंक खातों की जानकारी प्राप्त कर एक बैंक खाता धारक आरोपी को पीथमपुर धार मध्यप्रदेश से गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा।सायबर काईम संबंधित घटना घटित होने की सूचना भोपाल सायबर क्राइम के हेल्पलाइन नम्बर 9479990636 अथवा राष्ट्रीय हेल्पलाईन नंबर 1930 पर दे।