Uttar Pradesh News : धड़ल्ले से चलते अवैध अस्पताल जय हो स्वास्थ्य विभाग
कहीं की शिकायत कही पर कार्यवाही वाह स्वास्थ विभाग

रिपोर्टर अभिषेक कुमार कानपुर नगर उत्तर प्रदेश
कानपुर नगर कानपुर नगर में स्वास्थ्य विभाग के अजीबोगरीब कारनामे लगातार देखने को मिल रहे हैं ऐसा ही एक ताजा मामला आया नौबस्ता हंसपुरम क्षेत्र से जहां केवल बुखार की शिकायत पर मोहम्मद फिरोज नामक पीड़ित को अन्वी अस्पताल 5A/186 हंसपुरम नौबस्ता में भर्ती कराया गया जहां कथित डॉक्टरों द्वारा दिमाग की टी.बी. बताकर टीबीएम हाइड्रोसेफ्लस का ऑपरेशन कर दिया जबकि पूर्व में उपरोक्त अस्पताल द्वारा रेफर रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित को टीबीएम हाइड्रोसेफ्लस की शिकायत थी ही नहीं, बावजूद इसके ऑपरेशन कर वी.पी. शंट डाला गया आज भी मरीज की स्थिति नाजुक है जिसका इलाज चल रहा है। पीड़ित को जब संशय हुआ कि अस्पताल द्वारा उसके बच्चे का गलत ऑपरेशन किया गया या सत्य छुपाया गयl तो उसने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री सहायता पोर्टल आईजीआरएस में किया।।
पीड़ित का आरोप है कि टीबी बताकर रीड की हड्डी का पानी की जांच करने के बहाने लंबर पंचर कर युवा बालक के शरीर से स्टेमसेल्स निकाल लिया गया, अस्पताल में ना ही आईसीयू है रजिस्टर्ड मेडिकल स्टोर क्यों?
बिना वैध पंजीकरण , फायर एनओसी, बीएमडब्ल्यू सर्टिफिकेट जैसे आधारभूत मानकों के बिना कैसे अस्पताल संचालित हो रहे हैं और किसकी शय पर?
पीड़ित ने विभाग पर आरोप लगाते हुए बताया कि जब उसके द्वारा उपरोक्त अस्पताल की शिकायत आईजीआरएस पर की गई तो जांच कर रहे अधिकारी/ एसीएमओ द्वारा गलत एवं भ्रामक रिपोर्ट लगाई गई, हताश पीड़ित ने जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई जिस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए दो एसीएमओ द्वारा न्यू अन्वी हॉस्पिटल 5B/231 हंसपुरम नौबस्ता पर कार्यवाही करते हुए आशिक सीलिंग की कार्यवाही कर 12 घंटे का अल्टीमेटम देकर पूर्ण सीलिंग की कार्यवाही का आश्वासन देते हुए जांच को लंबित रखा गया।।
दृष्टिगत विषय यह है कि जब पीड़ित द्वारा और स्वयं एसीएमओ द्वारा अपने दिनांक 10. 3.2025 के पत्र में जब पीड़ित को बयान के लिए बुलाया गया था, में अन्वी हॉस्पिटल का जिक्र था तो आखिर न्यू अन्वी पर कार्यवाही क्यों क्यों जारी है ?
पीड़ित के आरोपों में यदि किंचित भी यथार्थता है तो क्या इस तरह के झोलाछाप अस्पतालों का किसी भी समृद्ध समाज के लिए उचित है कानपुर में कर्मठ डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह द्वारा लगातार स्वास्थ्य विभाग पर नकेल कसी जा रही है बावजूद इसके इस तरह की घटनाएं निकल कर निरंतर सामने आ रही है उत्तर प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग किस दशा और दिशा में कार्य कर रहा है यह विभाग को स्वयं ज्ञात नहीं होता है सच और फसाना का दौरा मैं सच क्या है और फसाना क्या है जारी रखेंगे…