Madhya Pradesh News जिले के समस्त उपभोक्ताओं को शुद्ध एवं सुरक्षित खोवा एवं खोवा लड्डू उपलब्ध करवाने हेतु खाद्य सुरक्षा प्रशासन विभाग द्वारा थोक खोवा विक्रय दुकानों का किया गया औचक निरीक्षण

ब्यूरो चीफ दीवान सिंह दमोह मध्य प्रदेश
दमोह:-कलेक्टर मयंक अग्रवाल द्वारा दिये गये निर्देशों के तहत डी.ओ. खाद्य सुरक्षा प्रशासन राकेश अहिरवाल के मार्गदर्शन में खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत खाद्य सुरक्षा अधिकारी, दमोह माधवी बुधौलिया ने निरीक्षण कार्यवाही करते हुए दमोह शहर में थोक खोवा विक्रय की दुकानों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण की कार्यवाही घंटाघर एवं उमा मिस्त्री की तलैया क्षेत्र में की गई। घंटाघर के पास स्थित हनुमान गढ़ी स्वीट्स से मावा लड्डू एवं उमा मिस्त्री की तलैया स्थित नेमा मावा भंडार में विक्रय हेतु संग्रहित खोवा एवं खोवा लड्डू के नमूनें जांच हेतु लिए गए एवं मैजिक बॉक्स की सहायता से खोवा, मावा लड्डू की मौके पर गुणवत्ता की जांच की गई। उक्त खोवा एवं खोवा लड्डू के नमूनों को राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजा गया है। प्रयोगशाला से जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
खोवा की गुणवत्ता की जांच कैसे करें
खोवा में आरारोट, आटा, स्टार्च की मिलावट का पता करने के लिए खोवा की कुछ मात्रा लेकर उसमें पानी मिलाकर घोल तैयार कर लें। उक्त घोल में टिंक्चर आयोडीन की कुछ बूंद मिलाएं। उक्त घोल का रंग अगर बैंगनी काला रंग का हो जाए तो उसमें आरारोट की मिलावट की पुष्टि होती है। खोवा में डालडा या वनस्पति घी की मिलावट पता करने के लिए खोवा की कुछ मात्रा को पानी में घोलकर घोल बनाएं, उक्त घोल में सांद्र हाइड्रोक्लोरिक एसिड की कुछ बूंदे मिलाएं। कुछ देर बाद उसमें शक्कर के दाने मिलाने पर अगर उक्त घोल का रंग अगर लाल बैंगनी रंग हो जाता है तो उक्त खोवा में डालडा वनस्पति घी की मिलावट की पुष्टि होती है।