Madhya Pradesh News किशुनपुर मनरेगा खेत तालाब में जांच टीम के आंखों में धूल झोंककर ब्लॉगमैन करने के लगे उजैफा के उपर झूठे आरोप साबित हुए झूठे

रिपोर्टर मुहम्मद उजैफा छतरपुर मध्य प्रदेश
छतरपुर:- जनपद गौरीहार के किशुनपुर पंचायत में जेसीबी मशीन से मनरेगा खेत तालाब जेसीबी मशीन से खुदवाया जा रहा था
विडियो बनाकर जनपद सीईओ महोदय को फोन पर भेज कर फोन किया गया लेकिन फोन नहीं उठाया गया न ही मौके पर पहुंचे विडियो वायरल जिसमें तालाब जेसीबी मशीन चल रही है से ,नाडिफ कूडादान, साफ़ सफाई रास्ता मरम्मत में भ्रस्टाचार का जिक्र किया गया है लेकिन रविवार सोमवार को दो दिन छुट्टी के कारण मौके पर कोई नहीं पहुंचे दो दिन का समय मिल गया जिसमें तालाब कि सफाई कराकर मंगलवार को टीम पहुंची वहां पर जब तक सारे सबूत मिटाय जा चुके थे और उजैफा के उपर ब्लाक्मैन करने का आरोप लगाए सरपंच द्वारा लगाए गए थे लेकिन जब आरोप लगाते हुए सरपंच का विडियो चैनल में चला तो उनको खुद नहीं मालूम कि कौन सा कार्य चल रहा है और कौन ब्लैकमेल कर रहा विडियो में साफ दिखाई दे रहा है जब रिपोर्टर ने पूछा कि यहां पर क्या हो रहा है तो सरपंच ने जबाब दिया कि तालाब का कार्यक्रम हो रहा है कार्यक्रम कहते हैं कहीं पर लोगों को इकट्ठा कर के कोई प्रोग्राम करना फिर सरपंच ने कहा मुझसे पैसे मांगे जा रहे रिपोर्टर ने पूछा कौन पैसा मांग रहे हैं तो महिला सरपंच को मालूम नहीं कि कौन मांग रहा तो पीछे के लोग खड़े बोल रहे हैं कि बोलो उजैफा महिला सरपंच ने बोल दिया उजैफा सरपंच के पिता कहते हैं कि उजैफा मुम्बई में रहता हैं सरपंच के भाई कहते कि विडियो बनाता है फर्जी पत्रकार हैं और हम आइडी मांगते हैं नही दिखाता इनके बयानों से रास्ता साफ है कि उजैफा पर लगाए गए आरोप झूठे हैं अब सबाल उठता है कि गांव के सरपंच के कुछ लोग कहते हैं कि विडियो यहां का नहीं कही और का है जिसमें जेसीबी मशीन चल रही है जब रिपोर्टर ने सरपंच के पिता से पूछा तो उसका जवाब सरपंच प्रतिनिधि ने जवाब दिया कि उसके घर वाले आते हैं और विडियो बनाकर भेज देते हैं जिससे साबित होता है कि विडियो यही का है मशीन चल रही थी लेकिन नाडिफ कूडादान साफ़ सफाई रास्ता मरम्मत का कोई जिक्र नहीं किया गया मौके पर न ही जांच टीम ने न सरपंच प्रतिनिधियों क्योंकि भ्रस्टाचार किया गया है उदाहरण – किसी व्यक्ति ने फोन किया पुलिस को सर मेरे घर पर चोरी हो रही है और विडियो बनाकर भेजे चोरी होती हुई और पुलिस को फोन करें पुलिस फोन ना उठाए और पुलिस दो दिन बाद मौके पर पहुंचे तो क्या पुलिस को चोरी करते हुए चोर मिलेगा नहीं मिलेगा और दो दिन में साबूत भी मिट सकते हैं यही मामला हुआ है किशुनपुर में बर्बाद गुलिस्तां करने को एक ही उल्लू काफी है हर साख पे उल्लू बैठा हो तो अंजामे गुलिस्तां क्या होगा। शिकायतकर्ता उजैफा का कहना है