Jharkhand News टंडवा में डालमिया कंपनी के दोहरी नीति व दलालों के खिलाफ ग्रामीणों ने फुका पुतला
मुखिया निलेश ज्ञासेन ने ग्रामीणों के विरोध का किया समर्थन, ग्रामीणों से कंपनी को करना होगा समझौता

रिपोर्टर महेंद्र कुमार यादव चतरा झारखंड
चतरा टंडवा प्रखंड क्षेत्र में प्रस्तावित वृंदा- सिसई कोल परियोजना को लेकर ग्रामीणों भु-रैयतों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। गुरुवार को कोल ब्लाक आवंटित कंपनी डालमिया के आग्रह पर स्थानीय मुखिया निलेश ज्ञासेन ने अधिगृहित गांवों में भूरैयतों के साथ बैठक आयोजित कर लोगों से मंतव्य जानने का प्रयास किया। जहा लोगों ने कड़ा प्रतिरोध जताया। खैल्हा, कटाही- मिश्रौल व किसुनपुर में भूरैयतों ने तख्ती लेकर जोरदार नारेबाजी करते हुए कड़ा विरोध प्रकट किया। वहीं किसुनपुर में स्थानीय मुखिया ने ग्रामीणों को अपना समर्थन देते हुए आक्रोशित भूरैयतों के साथ कंपनी व दलालों के पुतला फूक कर कंपनी के खिलाफ नारेबाजी किया। ग्रामीणों ने कहा कंपनी बगैर मुआवजा अन्य सहमति के दलालों द्वारा गांव के जमीन पर सर्वे व कार्य करने पर तुली हुई है। पूर्व में टाटा कंपनी उषा मार्टिन आया था, जो अधिकारियों के तालमेल करके भूमि को बड़े पैमाने पर जालसाहि किया गया।
जो की तत्कालीन सीओ पर विभागीय कार्रवाई चल रही और बर्खास्त का भी तलवार लटक रहा है। इतना होने बावजूद भी कंपनी फिर से ग्रामीणों को शोषण व बगैर मुआवजा भूमि सहमति के ही कार्य करने पर तुली हुई है। वही डालमिया कंपनी के एक अधिकारी से बात करने पर बताया की गांव में कंपनी द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्य नहीं किया जा रहा है। ग्रामीण विरोध कर रहे हैं तो ग्रामीण ही समझेंगे। कंपनी द्वारा किसी को नहीं गांव में कार्य करने को कहा गया है। कंपनी की आवश्यकता पड़ने पर कंपनी खुद गांव के लोगों से मिलकर बात रखेगी। मौके पर मुखिया निलेश ज्ञासेन, पंसस नितेश राणा, वार्ड सदस्य महेंद्र महतो, जगदीश महतो, मनोज पाठक, संतोष प्रजापति, जितेन्द्र महतो, अरविंद पाठक, मुंशी महतो, मनु महतो, सीताराम महतो, शिवदयाल साव, समेत अन्य मौजूद थे।


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