Jharkhand News सिमरिया में अनिश्चित कालीन धरना के बाद चतरा में अनशन पर बैठी आंगनबाड़ी सेविकाएं
15 जुलाई से अनिश्चित कालीन धरने पर थी सेविकाएं सेविकाओं ने उपायुक्त को कराया अवगत, कहा- सीडीपीओ प्रत्येक केंद्र से एक हजार रुपए की थी रिश्वत की मांग

रिपोर्टर महेंद्र कुमार यादव चतरा झारखंड
चतरा : झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कस यूनियन संघ के तत्वावधान में सोमवार से जिला मुख्यालय में सोमवार को अनशन शुरू हुआ। इस दौरान अनशन कारियों के समर्थन में सेविकाओं ने सिमरिया सीडीपीओ के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। अनशन का नेतृत्व संघ के जिलाध्यक्ष प्रतिमा सिंह कर रही है। अनशनकारियों के समर्थन में जिले भर की सेविकाएं शामिल हुई। अनशन के पूर्व सेविकाएं सिमरिया प्रखंड कार्यालय के समक्ष पिछले 15 जुलाई से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी थी। अंततः जिला मुख्यालय के समक्ष सेविकाओं ने सोमवार से अनशन शुरू कर दिया। सेविकाओं की एक शिष्टमंडल ने उपायुक्त को बताया है कि सिमरिया सीडीपीओ रीना साहू का रवैया सेविकाओं के प्रति ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि सीडीपीओ के द्वारा प्रत्येक सेंटर से एक हजार रुपए की मांग बतौर रिश्वत की गई थी। मांगी गई रकम नहीं देने पर उनके द्वारा बार बार दौड़ाया जा रहा है। आगे बताया कि सिमरिया को छोड़कर सभी प्रखंडों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों में जनवरी से लेकर मार्च तक का चावल मिला। परंतु सिमरिया का अनाज 3 माह का कहां गया ये तो सीडीपीओ ही बता सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि अप्रैल 2023 का भाउचर का स्त्यापन कर भी भेजा गया, बावजूद सीडीपीओ रीना साहू ने अनाज न देकर भौउचर पर ही रोक लगा दिया। अब सीडीपीओ कहती हैं कि चावल मई माह का दिया जायेगा और इसी से काम चलाना होगा। उन्होंने कहा कि बकाया पीछे का चावल प्रतिपूर्ति के रूप में दी जाएगी। सेविका संघ की अध्यक्ष ने बताया कि मांगें अगर पूरी नहीं हुई तो आगे भी आंदोलन जारी रहेगा। जिसके बाद अनशन अनशनकारियों से सीडीपीओ ने मुलाकात की और सेविकाओं के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करने के साथ- साथ विभागीय आदेशानुसार कार्य किया जाएगा। तब सेविकाएं उनकी बात मानी। जिसके बाद सीडीपीओ ने अनशन कारियों को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया।