Jharkhand News सीडीपीओ की कार्यशैली से क्षुब्द आंगनबाड़ी सेविकाओं ने दिया धरना, कहा-
सीडीपीओ एवं महिला पर्यवेक्षिका द्वारा नहीं किया गया अप्रैल माह का भाउचर सत्यापित

रिपोर्टर महेंद्र कुमार यादव चतरा झारखंड
चतरा सिमरिया प्रखंड मुख्यालय स्थित सीडीपीओ कार्यालय के समक्ष आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाओं ने शनिवार को धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन का नेतृत्व आंगनबाड़ी सेविका संघ की जिला अध्यक्षा प्रतिमा सिंह कर रही थी। जिला अध्यक्षा ने कहा कि सीडीपीओ और महिला पर्यवेक्षिका के द्वारा अप्रैल माह का भाउचर अभी तक सत्यापित नहीं किया गया है। जबकि सेक्टर 1, 2 और 3 मई तथा जुन माह का भाउचर सत्यापित कर दिया गया है। किंतु अप्रैल का भाउचर तीन सेक्टर का सत्यापित नहीं किया गया है। सीडीपीओ द्वारा सावित्रीबाई फुले समृद्धि योजना में मनमानी ढंग से रजिस्टर सत्यापित करना, मुखिया का कॉलम फॉर्म में नहीं रहने पर भी उसका हस्ताक्षर करवाना इत्यादि काम नहीं लिए जा रहा है।सिमरिया परियोजना में मनमानी ढंग से कार्य कराया जा रहा है। सेविकाओं का मानदेय जनवरी 2023 से भुगतान नहीं किया गया है। उनका कहना था कि पोषाहार अप्रैल 2023 से बाकी है। सडीपीओ से मानदेय और पोषाहार की राशि कब तक भुगतान किया जाएगा। इस बाबत सीडीपीओ से पूछे जाने बताया जाता है कि यह मेरे बस की बात नहीं है। यह राज्य और केन्द्र सरकार का काम है। उससे माँग करें। सेविकाओं के प्रति सीडीपीओ का व्यवहार अच्छा नहीं है और सीडीपीओ की कार्यशैली से क्षुब्द सेविकाएं आहत हैं।जिससे लेकर सेविकाओं का कहना था कि इन सभी मुद्दों का जब तक हल नहीं निकलता है तब तक आंदोलन जारी रहेगा।