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Uttar Pradesh News 2024 में भाजपा पर भारी पड़ेगा 36 का आंकड़ा? बाराबंकी की भाजपा में जारी है पीठ पर खंजर भाेको अभियान??

पार्टी के बड़े जिम्मेदारों ने चहेतों के लिए कर डाली दल की छीछालेदर!

रिपोर्टर मो ज़ैद सूरतगंज बाराबंकी उत्तरप्रदेश

 

पदासीन पदाधिकारियों को हटाने की मांग ने पकड़ा जोर? भाजपाइयों में बढ़ी आपसी कलह की आग

कृष्ण कुमार द्विवेदी (राजू भैया)

बाराबंकी। नगर निकाय चुनाव के संपन्न होने के उपरांत भाजपा में कलह की आग बढ़ती जा रही है? भाजपा के कई बड़े नेता खुलेआम पार्टी के ही नेताओं पर हमलावर हैं! कई तो भाजपा के बड़े पदाधिकारियों को पद से हटाए जाने की मुहिम में जुट गए हैं? कटु सत्य है कि चहेतों को लाभ पहुंचाने के चक्कर में पार्टी के कई बड़े जिम्मेदारों ने दल की छीछालेदर कर डाली है? ऐसी विषम परिस्थितियों को देखकर संकेत है कि 2024 में भाजपाइयों के बीच चल रहा 36 का आंकड़ा भाजपा पर भारी पड़ सकता है? संपन्न निकाय चुनाव के बाद बाराबंकी में भाजपा के मजबूत महल की नींव को खोखला करने की मुहिम ने तेजी पकड़ ली है! सूत्रों के मुताबिक निकाय चुनाव के दौरान भाजपा के कई माननीय एवं बड़े पदाधिकारियों ने अपने चहेतों को किसी भी प्रकार से टिकट दिलाने की जो बेचैनी दिखाई? वही बेचैनी की आग आज भाजपा को जलाती नजर आ रही है? राज्य मंत्री के सहित कई विधायकों के क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी चुनाव हार गए हैं। कहीं तो इतनी बुरी हार हुई है कि उसे देखकर राजनीतिक विश्लेषक दंग हो गए हैं। हालात यह है कि जहां सपा ने कई स्थानों पर भाजपा को पटका वहीं कई स्थानों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी भाजपा को जप लिया! बाराबंकी शहर में संपन्न चुनाव के बाद पूर्व अध्यक्ष रंजीत बहादुर श्रीवास्तव आग उगल रहे हैं। वह खुलेआम भाजपा के बड़े नेताओं पर चुनाव में भितरघात करने का आरोप लगा रहे हैं। हैदरगढ़ नगर पंचायत में 4 मतों से हुई हार को लेकर पूजा दीक्षित का कुनबा पार्टी के ही एक बड़े नेता पर हमलावर है? इसी प्रकार कुछ अन्य स्थानों पर भी भाजपा अथवा भाजपाइयों के बीच आपस में तलवार तथा खंजर चल रहे हैं?

जनपद में चुनाव के बाद जो भाजपाइयों का युद्ध सामने आया है उसने पार्टी के रणनीतिकारों के माथे पर पसीना ला दिया है। सूत्र बताते हैं कि कई भाजपाई ऐसे भी हैं जो पदासीन पदाधिकारियों के विरुद्ध अपने अभियान को गति प्रदान कर रहे हैं। उनका मानना है कि पार्टी की बदौलत माननीय बने फलाने नेता दोबारा किसी लायक न रह जाएं? क्योंकि यह वही है जिन्होंने अपने चहेते को टिकट दिलाने के लिए भाजपा की जड़ों में मट्ठा डाल दिया! तमाम ऐसे भाजपाई भी हैं जो भाजपा संगठन में कई पदाधिकारियों को हटाने की जोरदार मुहिम में जुटे हुए हैं! भाजपाई स्वयं अपने विरोधी भाजपाई की खुलेआम बुराई कर रहा है? संतोष की बात यह है कि भाजपा के दोनों पक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में सम्मान जरूर रखते हैं। लेकिन जनपद में उच्च स्तर की राजनीति करने वाले कई चेहरों को वह बर्दाश्त करने के मूड में बिल्कुल नजर नहीं आते! क्रोधित भाजपाइयों का कहना है कि भाजपा की दुर्गति भाजपा के बड़े चेहरों ने की है। यदि भाजपा नेतृत्व ने बाराबंकी में कोई तगड़ा ऑपरेशन ना किया। और मनमानी तथा तानाशाही करने वाले जिम्मेदार अपने पद पर बने रहे तो लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। खबर यह भी आ रही है कि कई चुनाव हारे प्रत्याशी भाजपा नेतृत्व को पत्र तथा टि्वटर व सोशल मीडिया एवं स्वयं मुलाकात करके पार्टी के भितरघाती बड़ों की करतूत को बता रहे हैं ।

खबरें उठ रही है कि फला को हटा दिया जाएगा। वे अपने पद पर नहीं रहेंगे। फलाने ने इतना गंदा काम किया। पार्टी का टिकट बेच डाला। ऐसी तमाम बातें जनता में चटकारे लेकर की जा रही हैं। साफ है कि भाजपा में मची कलह आगामी 2024 की चुनाव तैयारी पर ग्रहण की तरह है। यदि भाजपा ने इससे निजात ना पाई तो उसके लिए स्थिति खतरनाक हो सकती है? दूसरी तरफ सपा कैंप में भाजपा की दुर्गति से उत्साह का माहौल है ।भाजपा में सबसे ज्यादा बुरी स्थिति पुराने समर्पित कार्यकर्ताओं की है? यह आज बहुत पीछे छोड़ दिए गए हैं! इनके स्थान पर चापलूस व अवसरवादी तथा दूसरे दलों से आए हुए धनवीरों ने कब्जा कर रखा है? राष्ट्रवाद का नारा देने वाली भाजपा बाराबंकी में जातिवाद की आपसी लड़ाई में कम होती जा रही है? जाहिर है कि भाजपा नेतृत्व को इससे निपटना ही होगा। साफ है कि भाजपाइयों की आपसी कलह , वैचारिक शत्रुता यह दर्शा रही है की 2024 में भाजपा पर भाजपाइयों के बीच जारी 36 का आंकड़ा भारी पड़ सकता है?

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