नैनीताल उत्तराखंड रामनगर में 52 CCTV में से मात्र 3 कैमरे ही कर रहे काम, निगरानी फेल!

रिपोर्टर कपिल सक्सैना नैनीताल उत्तराखंड
रामनगर शहर में अगर कोई अपराधी किसी आपराधिक घटना को अंजाम देता है तो पुलिस को घटना के खुलासा के लिए खाक छाननी पड़ेगी. इसके बावजूद भी अपराधी चंगुल में नहीं आ पाएंगे. ऐसा हम नहीं बल्कि, पुलिस की तीसरी आंख माने जाने वाले सीसीटीवी खुद अपनी हालत बयां कर रहे हैं. आलम ये है कि यहां 52 सीसीटीवी में से मात्र 3 ही काम कर रहे हैं. ऐसे में पुलिस कैसे अपराधियों पर नजर रखेगी?
रामनगरः नैनीताल जिले का रामनगर में आए दिन अपराध के मामले देखने को मिल रहे हैं. अपराधियों को पकड़ने और आपराधिक घटनाओं की खुलासे के लिए पुलिस ने शहर में 52 सीसीटीवी लगाए हैं, लेकिन हैरानी की बात ये है कि वर्तमान में मात्र 3 कैमरे ही चालू हैं. बाकी कैमरे शोपीस बने हुए हैं. ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि अगर कोई वारदात होती है तो पुलिस अपराधी को कैसे पकड़ेगी और घटना का अनावरण कैसे करेगी?
बता दें कि रामनगर में कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने के साथ ही अपराधियों पर नकेल कसने के मकसद से करीब 5 साल पहले स्थानीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने विधायक निधि से रामनगर पुलिस को लाखों रुपए की लागत से 28 सीसीटीवी दिए थे. इसके अलावा सांसद निधि से भी 24 कैमरे दिए गए थे. जिसके बाद रामनगर शहर के कई इलाके 52 सीसीटीवी की नजर में आ गए थे. इन कैमरों को लगाने के बाद जहां एक ओर जनता ने राहत की सांस ली थी तो वहीं पुलिस को भी हत्या, लूट, चोरी जैसी घटनाओं का अनावरण करने में काफी मदद मिली थी.
इन कैमरों की मदद से पुलिस ने कई बड़ी घटनाओं का खुलासा भी किया था, लेकिन सितंबर महीने में आकाशीय बिजली गिरने से 52 सीसीटीवी में से 49 कैमरे पूरी तरह क्षतिग्रस्त (CCTV Damaged in Ramnagar) हो गए. मात्र 3 कैमरों के भरोसे शहर की कानून व्यवस्था चल रही है तो वहीं कैमरे बंद होने के बाद से चोरी के अलावा कई अन्य घटनाएं भी लगातार बढ़ रही है. जिससे पुलिस के लिए अपराधियों पर लगाम लगाना टेढ़ी खीर साबित हो रही है. जबकि, अपराधी भी बेखौफ होकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम (Crime in Ramnagar) दे रहे हैं.
वहीं, मामले में रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट (Ramnagar MLA Diwan Singh Bisht) का कहना है कि कैमरे बंद होना गंभीर बात है. उन्होंने शहर की कानून व्यवस्था मजबूत करने के लिए यह कैमरे पुलिस को दिए थे. उन्होंने बताया कि उनकी ओर से अभी रामनगर समेत कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में और कैमरे लगाने के लिए 7 लाख रुपए से ज्यादा की धनराशि विधायक निधि से दी गई है. जिसमें दो लाख की रकम खराब कैमरों की मरम्मत में लगाई जाएगी.
रामनगर में विधायक निधि से कैमरे लगाए गए थे, लेकिन आकाशीय बिजली गिरने से कैमरे फूंक गए. अब विधायक निधि से धनराशि मिलने के बाद तत्काल सीसीटीवी की मरम्मत कराई जाएगी. -अरुण कुमार सैनी, कोतवाल