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Harayna News राव उपाधि पाने अहीर राजा राव बालकिशन को मिले उचित सम्मान

रिपोर्टर सतीश नारनौल हरियाणा

नारनौल : अहीर कौम में “राव” की उपाधि प्राप्त करने वाले राव बालकिशन को राजकीय सम्मान देने बारे सर्व समाज मंच के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम गोमला ने मुख्यमंत्री के नाम एक दो पेज का पत्र मेल किया है । पत्र में लिखा है कि अहीरवाल क्षेत्र में अहीर जाति के लोग जो अपने नाम के साथ एक गौरव का प्रतीक और प्रतिष्ठित उपाधि “राव” लगाते हैं यह उपाधि मुगल सम्राट् मोहम्मद शाह की ओर से करनाल में नादिरशाह से लड़ते हुए शहीद हुए रेवाडी रियासत के राजा बालकिशन को मरणोपरान्त दी गई थी । जो बालकिशन के भाई राव गुजरमल को दी गई थी । उन्होने लिखा है कि यद्यपि उच्च सम्मान की प्रतीक “राव” उपाधि पूर्व व पश्चात कई राजाओं व योद्धाओं को मिल चुकी है । मगर अहीरवाल में यह उपाधि राजा राव बालकिशन को ही मिली जिसके बाद रेवाडी के सभी अहीर शासक इस उपाधि का प्रयोग करते रहे हैं । जिसे कालांतर में धीरे धीरे अहीरवाल का पूरा अहीर समुदाय ही इस गौरव की प्रतीक उपाधि को अपने नाम के साथ लगाने लगा । राधेश्याम गोमला ने पत्र में बताया कि इस सम्मानित उपाधि के गौरव क राव उपाधि पाने अहीर राजा राव बालकिशन को मिले उचित सम्मान

 
नारनौल  अहीर कौम में “राव” की उपाधि प्राप्त करने वाले राव बालकिशन को राजकीय सम्मान देने बारे सर्व समाज मंच के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम गोमला ने मुख्यमंत्री के नाम एक दो पेज का पत्र मेल किया है । पत्र में लिखा है कि अहीरवाल क्षेत्र में अहीर जाति के लोग जो अपने नाम के साथ एक गौरव का प्रतीक और प्रतिष्ठित उपाधि “राव” लगाते हैं यह उपाधि मुगल सम्राट् मोहम्मद शाह की ओर से करनाल में नादिरशाह से लड़ते हुए शहीद हुए रेवाडी रियासत के राजा बालकिशन को मरणोपरान्त दी गई थी । जो बालकिशन के भाई राव गुजरमल को दी गई थी । उन्होने लिखा है कि यद्यपि उच्च सम्मान की प्रतीक “राव” उपाधि पूर्व व पश्चात कई राजाओं व योद्धाओं को मिल चुकी है । मगर अहीरवाल में यह उपाधि राजा राव बालकिशन को ही मिली जिसके बाद रेवाडी के सभी अहीर शासक इस उपाधि का प्रयोग करते रहे हैं । जिसे कालांतर में धीरे धीरे अहीरवाल का पूरा अहीर समुदाय ही इस गौरव की प्रतीक उपाधि को अपने नाम के साथ लगाने लगा ।

 

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