ग्राम सुरंदवाड़ा में आर.एफ.एस.(रैपिड फीवर सर्वे) किया गया, जांच में सीएमएचओ और बीएमओ पहुंचे

बस्तर कलेक्टर हरीश एस .द्वारा स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देश के परिपालन में आज दिनांक 4.11.2025 सीएचसी नांनगूर के अंतिम और सुदूर वनांचल ग्राम सुरदवाड़ा में रैपिड फीवर सर्वे का कार्य सेक्टर नांनगुर की संयुक्त स्वास्थ्य टीम द्वारा किया गया।

दिनांक 3. 11. 25 को ग्राम सुरंदवाड़ा के दो बच्चों में मलेरिया पीएफ पॉजिटिव पाया गया था, जिसके लिए आज सेक्टर नानगूर की टीम द्वारा आयुष्मान आरोग्य मंदिर काकरवाड़ा के आश्रित ग्राम सुरंदवाड़ा के खास पारा और डोंगरी पारा कुल 55 घरों का सर्वे कर 165 लोगों के मलेरिया की जांच की गई जिसमें कोई भी नया मलेरिया का केस नहीं पाया गया। कल पाए गए दो पीएफ केस जिसमें तुलाराम पिता सुदरू 15 वर्ष ग्राम सुरेंद्र वाड़ा और नीलाधार पिता संतु उम्र 10 वर्ष ग्राम सुरदवाड़ा द्वारा मलेरिया से पीड़ित पाए गए थे।

क्योंकि एक बच्चा नाग़लसर आश्रम में रहकर पढ़ाई करता है इसलिए नागालसर के आश्रम शाला, प्राथमिक शाला, और माध्यमिक शाला के सभी 87 बच्चों के मलेरिया की जांच की गई। जिसमें किसी भी बच्चे में मलेरिया पैरासाइट नहीं पाया गया। नागालसर ग्राम में कुल 87 बच्चों के जांच और उपचार किया गया। जिसमें सर्दी जुकाम के 7 मरीज और खुजली के 5 मरीज पाए गए ।आरएफएस के निरीक्षण हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर संजय बसाक के द्वारा सुरंधवाडा और नागलसर का दौरा किया गया, साथ में खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राधेश्याम भंवर के द्वारा भी उक्त ग्राम का दौरा किया गया।

स्वास्थ्य टीम में मलेरिया सुपरवाइजर सीएससी नांनगूर शरद गुप्ता ,सुपरवाइजर सेक्टर नांनगूर शिव भंडारी, सुपरवाइजर सीएससी नांनगुर नरेश मरकाम के साथ RHO जयदेव, गणेश नाग ,महेश्वर बघेल और प्रभावित ग्राम के RHO पदम नाग मितानिन खेमबाती और दयामती भी उपस्थिति रही। सेक्टर नांनगुर में आज कल 21 वय वंदन कार्ड का भी निर्माण किया गया। खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ राधेश्याम भंवर द्वारा भी व्यक्तिगत रुचि लेते हुए दो व्यक्तियों का वय वंदन कार्ड निर्मित किया गया। उक्त जानकारी प्रभारी जिला मीडिया अधिकारी शकील खान द्वारा दी गई है।


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