झांसी के वार्ड 31 में मुख्यमंत्री के आगमन के दिन भी बेहाल सड़कें, ठेकेदार की लापरवाही बनी जानलेवा खतरा
झांसी। एक ओर जहां कल (तारीख 9/10/2025) मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी झांसी के वार्ड नंबर 31 स्थित झांसी एग्जिबिशन (Jhansi Exhibition) का उद्घाटन करने आए थे, वहीं दूसरी ओर इसी वार्ड की बदहाल सड़कों और ठेकेदारों की घोर लापरवाही ने शासन-प्रशासन के दावों पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। पाण्डेय जी सुपरमार्केट (महेंद्र पूरी कालोनी) के सामने पाइपलाइन मरम्मत के बाद ठेकेदार द्वारा अधूरा छोड़ा गया एक गड्ढा अब महेंद्रपुरी कॉलोनी के निवासियों और राहगीरों के लिए बड़ा खतरा बन गया है।
अधूरा काम, बड़ी परेशानी:
स्थानीय निवासी के अनुसार, हाल ही में पाइपलाइन टूटने की सूचना पार्षद जी को दी गई थी। पार्षद जी की तत्परता पर ठेकेदार ने टीम तो भेजी, जिसने पाइपलाइन की मरम्मत कर दी, लेकिन गड्ढे को सही तरीके से बंद किए बिना ही टीम यह कहकर चली गई कि “गड्ढे पर जेसीबी चलाने से पाइपलाइन टूट जाएगी।” ऐसा कह कर चले गये।
हादसों की लंबी कतार:
लापरवाही से छोड़े गए इस गड्ढे का नतीजा अगले ही दिन देखने को मिला, जब एक स्कूल वैन उसमें फंस गई, जिससे बच्चों और अभिभावकों में दहशत फैल गई। इसके बाद, एक भारी बालू से भरा डंपर भी इस गड्ढे में जा गिरा, जिसने स्थिति की गंभीरता को और बढ़ा दिया। स्थानीय निवासी ने खुद दो रातों तक ईंटें (एफएक्सव) और मिट्टी डालकर गड्ढे को भरने की भरसक कोशिश की, लेकिन अंदर से खोखला (पोला) होने के कारण गड्ढा प्रतिदिन धंस रहा है और वाहन लगातार इसमें फंस रहे हैं, जिससे पाइपलाइन के दोबारा टूटने का डर बना हुआ है।
जिम्मेदारी से बड़ा सवाल:
निवासियों का आक्रोश इस बात को लेकर है कि क्या शासन-प्रशासन तभी सक्रिय होगा जब अयोध्यापुरी कॉलोनी की तरह यहां भी कोई गंभीर हादसा होगा? वार्ड 31 की अयोध्यापुरी कॉलोनी में पहले भी एक बच्चा गंदे पानी के गड्ढे ( प्लाट) में गिरकर अपनी जान गंवा चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ठेकेदार और संबंधित अधिकारी किसी की मौत होने पर, किसी के गंभीर रूप से घायल होने पर या किसी का वाहन पूरी तरह टूटने पर ही कार्रवाई करने का इंतजार क्यों कर रहे हैं?
स्थानीय नागरिक यह पूछ रहे हैं कि यदि गड्ढे में भारी डंपर या वैन के गिरने से पाइपलाइन नहीं टूटेगी, तो गड्ढे को ठीक से भरने के लिए जेसीबी चलाने से पाइपलाइन कैसे टूट सकती है?
मुख्यमंत्री के आगमन पर भी बदहाली:
यह विडंबना है कि जिस वार्ड (वार्ड नंबर 31) में स्वयं प्रदेश के मुखिया (मुख्यमंत्री) एक महत्वपूर्ण आयोजन (झांसी एग्जिबिशन का उद्घाटन) के लिए आए थे, उसी वार्ड की सड़कों की हालत ठेकेदारों की लापरवाही के कारण ‘बद से बदतर’ बनी हुई है।