हैवी ब्लास्टिंग से फटी एकड़ा नदी की जमीन, खदान में घुसा पानी — BCCL ने युद्धस्तर पर शुरू की मरम्मत

👉 एकड़ा नदी में दरार से बढ़ा जल संकट, BCCL ने शुरू किया आपात ढलाई कार्य
👉 नदी का पानी खदान में घुसा, BCCL ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
👉 भारी ब्लास्टिंग बनी खतरा: नदी फटी, खदानें डूबीं, अब कंक्रीट से हो रही भरपाई
लोयाबाद (धनबाद): झारखंड के लोयाबाद क्षेत्र में स्थित एकड़ा नदी के पास भारी विस्फोट (हैवी ब्लास्टिंग) के कारण जमीन फट जाने से नदी का पूरा पानी पास की खदानों में समा गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) प्रबंधन ने युद्धस्तर पर कंक्रीट ढलाई का कार्य शुरू कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार, लगभग एक सप्ताह पहले नदी के समीप संचालित खदान में किए गए भारी ब्लास्टिंग के परिणामस्वरूप नदी किनारे की जमीन में करीब 200 मीटर लंबी दरार पड़ गई थी। इसी दरार से नदी का सारा बहाव खदान के अंदर जा रहा था, जिससे आसपास के इलाकों में जल संकट की स्थिति बन गई।
घटना की जानकारी मिलते ही पीवी एरिया महाप्रबंधक के नेतृत्व में आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें पानी के रिसाव को रोकने और खदान की सुरक्षा सुनिश्चित करने की योजना तैयार की गई।
ईगल आउटसोर्सिंग कंपनी के महाप्रबंधक राकेश सिंह ने बताया कि नदी का पानी खदानों में घुसने से सीम 16 और 17 पूरी तरह डूब गई हैं। पानी निकालने के लिए 24,000 जीपीएम (गैलन प्रति मिनट) क्षमता वाले पंपों से ‘डीवाटरिंग’ कार्य जारी है।
बार-बार की ब्लास्टिंग से नदी में दरारें पड़ने की समस्या के स्थायी समाधान के लिए BCCL ने एक दीर्घकालिक योजना तैयार की है, जिसके तहत —
500 मीटर लंबी पाइपलाइन नदी में डाली जाएगी।
पाइपलाइन को चार लेयर सुरक्षा के साथ बिछाया जाएगा ताकि पानी का बहाव नियंत्रित रहे।
स्थानीय लोगों की जरूरतों को देखते हुए नई पानी की टंकी बनाई जाएगी, जिससे उन्हें किसी तरह के जल संकट का सामना न करना पड़े।
इस पूरी परियोजना पर चार से पाँच करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित है और कार्य को 10 से 15 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।


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