तीन दिन बाद बरामद हुई बोकारो की लापता युवा मुखिया — रांची से पुलिस ने खोज निकाला

👉गोमिया की मुखिया सपना कुमारी रांची से मिलीं — क्या मामला राजनीतिक षड़यंत्र था?या घरेलू विवाद?
पलिहारी गुरुडीह पंचायत की सपना कुमारी, जो वर्ष 2022 के पंचायत चुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को मात्र 19 वोटों से हराकर बोकारो जिले की सबसे कम उम्र की महिला मुखिया बनी थीं, 2 अक्टूबर की दोपहर घर से निकलीं और वापस नहीं लौटीं।
परिजनों ने आस-पड़ोस, रिश्तेदारों और आसपास की जगहों में उनकी खोज की, लेकिन किसी को कोई ठोस सुराग नहीं मिला। तब उनके पति ने गोमिया थाना में लिखित शिकायत कर दी।
पुलिस ने मामले की त्वरित जांच शुरू की। तीन दिन की खोजबीन के बाद रविवार को पुलिस को सूचना मिली कि सपना कुमारी रांची में हैं। उन्हें रांची से बरामद कर परिजन के सुपुर्द कर दिया गया है।
अब पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है कि आखिर वे कहां थीं, किसके संपर्क में थीं, और गायब रहने का कारण क्या था।
👉अतिरिक्त जानकारी और चर्चा
घटना की शुरुआत से ही इस केस को राजनीति से जोड़कर देखा गया। कुछ लोग मान रहे थे कि उनकी गायबगी राजनीतिक विरोधियों की साजिश हो सकती है।
घटना को लेकर इलाके में सनसनी फैली हुई थी — क्योंकि एक सक्रिय जनप्रतिनिधि अचानक इस तरह हो कर गायब हो जाए, यह सामान्य नहीं माना गया।
मीडिया रिपोर्ट्स में यह उल्लेख है कि उन्होंने अपना मोबाइल फोन घर पर ही छोड़ दिया था, जिससे पुलिस-खोज को और मुश्किल हुई।
एक रिपोर्ट में यह कहा गया कि उनको “रीलबाज मुखिया” के रूप में मीडिया में काफी जाना जाता था — यानी सोशल मीडिया पर उनका सक्रियता रही है।


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