कतरास में इंटर स्टेट बस टर्मिनल के लिए 239 करोड़ की जमीन फ्री में मिली, छह महीने में काम शुरू नहीं हुआ तो होगी वापसी
👉 बरटांड़ से हटेगा बस स्टैंड, कतरास के लिलोरी मंदिर के पास बनेगा नया आईएसबीटी
👉 धनबाद नगर निगम को मिली 12 एकड़ जमीन, शर्त—छह महीने में शुरू हो काम
👉 239 करोड़ की जमीन पर खड़ा होगा इंटर स्टेट बस टर्मिनल, नहीं बनी डीपीआर तो जाएगी योजना अटक
👉 कतरास को मिलेगा बड़ा तोहफ़ा, डीसी ने नि:शुल्क ट्रांसफर की 12 एकड़ जमीन
धनबाद : बरटांड़ बस स्टैंड से बस डिपो को हटाकर कतरास शिफ्ट करने की योजना आखिरकार जमीन पर उतरने लगी है। करीब नौ वर्षों से अटकी इस योजना को अब जिला प्रशासन की पहल से नई राह मिल गई है।
धनबाद के डीसी आदित्य रंजन ने नगर निगम को कतरास के लिलोरी मंदिर के पास इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आईएसबीटी) बनाने के लिए 12 एकड़ जमीन नि:शुल्क ट्रांसफर कर दी है। इस जमीन की सरकारी कीमत लगभग 239 करोड़ रुपये आंकी गई है।
डीपीआर की तैयारी शुरू
जमीन हस्तांतरित होते ही नगर निगम ने आईएसबीटी की डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाने की प्रक्रिया तेज कर दी है। नगर आयुक्त रविराज शर्मा ने सूडा के निदेशक को पत्र लिखकर जूडको से डीपीआर तैयार कराने का अनुरोध किया है। डीपीआर के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी।
पहले बरवाअड्डा में अटक गई थी योजना
इससे पहले आईएसबीटी के लिए बरवाअड्डा के पंडुकी में जमीन चिन्हित की गई थी, लेकिन वहां अवैध कब्जे की वजह से योजना ठप हो गई थी। जमीन न मिलने के कारण परियोजना वर्षों से अधर में लटकी हुई थी।
छह महीने में काम शुरू करना अनिवार्य
जिला प्रशासन ने नगर निगम को कुछ शर्तों के साथ यह जमीन दी है। आदेश के मुताबिक, यदि छह महीने के भीतर काम शुरू नहीं हुआ तो जमीन स्वतः राजस्व निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग को वापस चली जाएगी।
डीसी आदित्य रंजन ने कहा, “लंबे समय से अटकी शहर की यह महत्वपूर्ण योजना अब धरातल पर उतरेगा।