
रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्यप्रदेश
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि चिकित्सा क्षेत्र में निरंतर नवाचार और अत्याधुनिक उपचार पद्धतियों को अपनाकर प्रदेश के हर नागरिक को उन्नत गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि गांधी मेडिकल कॉलेज में शासकीय चिकित्सकीय संस्थानों में प्रदेश का पहला एबीओ इनकंपैटिबल किडनी ट्रांसप्लांट संस्थान में होना इस दिशा में एक मील का पत्थर है। स्वस्थ मध्यप्रदेश की दिशा में यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने डीन जीएमसी भोपाल डॉ. कविता सिंह, अधीक्षक डॉ. सुनीत टंडन और समस्त टीम की सराहना की है। डीन डॉ. कविता सिंह ने बताया कि यह प्रत्यारोपण आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत निःशुल्क किया गया। उन्होंने बताया कि साथ ही ऐसे मरीज जो योजना के तहत नहीं आते, उनके लिए भी न्यूनतम शुल्क पर यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस प्रत्यारोपण में ओ ब्लड ग्रुप के मरीज़ को बी ब्लड ग्रुप का गुर्दा सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किया गया। 43 वर्षीय मरीज को उनकी 41 वर्षीय पत्नी ने किडनी दान की। मरीज नीमच जिले का निवासी है और छह माह से डायलिसिस पर था। गांधी मेडिकल कॉलेज की गुर्दा प्रत्यारोपण यूनिट ने पहली बार एबीओ इनकंपैटिबल प्रत्यारोपण की योजना बनाकर यह चुनौतीपूर्ण कार्य सफलता से पूर्ण किया। इस प्रक्रिया में लैप्रोस्कोपिक डोनर नेफ्रेक्टॉमी की गई, जिससे डोनर को शीघ्र डिस्चार्ज किया जा सका। ट्रांसप्लांट टीम में विशेषज्ञ तथा जूनियर डॉक्टरों की टीम शामिल रही। नर्सिंग एवं पैरा-मेडिकल स्टाफ ने इस जटिल प्रक्रिया को सहज और सुरक्षित रूप से पूर्ण करने में सक्रिय भूमिका का निर्वहन किया।