मुहर्रम पर कतरास में अमन और भाईचारे का संदेश, आकर्षक अखाड़ा खेलों ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध
भगत सिंह चौक पर हिन्दू महिलाओं में देखा गया तजिया के प्रति आस्थ
धनबाद, कतरास – पूरे बाघमारा क्षेत्र में मुहर्रम का पर्व श्रद्धा, अनुशासन और सौहार्द्र के साथ शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। कतरास, छाताबाद, भगत सिंह चौक, गुहीबांध, छड़ीदारडीह, अंगारपथरा, सिजुआ और आसपास के इलाकों में मुहर्रम के अवसर पर अखाड़ा खेलों, ताजिया जुलूस और सामाजिक समरसता की सुंदर झलक देखने को मिली।
कतरास शहर के विभिन्न अखाड़ा दलों द्वारा निकाले गए ताजिया जुलूस में आकर्षक और रोमांचक प्रदर्शन देखने को मिला। कतरास थाना चौक पर आयोजित अखाड़ा मुकाबलों में खिलाड़ियों ने हैरतअंगेज करतब दिखाए, जिससे दर्शकों की तालियों की गूंज सुनाई दी।
भगत सिंह चौक पर भी विशेष आयोजन देखने को मिला, जहां हिन्दू समुदाय के लोगों ने आपसी सौहार्द्र की मिसाल पेश की। स्थानीय हिन्दू महिलाओं ने ताजिया का श्रद्धापूर्वक स्वागत किया और ताजिया के आगे नतमस्तक होकर रोड पर कतारबद्ध बैठ गई ताकि ताजिया मेरे सर के ऊपर से गुजर जाए मान्यता है कि ऐसा करने से संकट मुक्त रोग मुक्त एवं जीवन में संपन्नता आती है साथ ही साथ शांतिपूर्वक उपस्थित रहकर सामाजिक एकता का संदेश दिया।
कतरास बाजार मस्जिद मोहल्ला मुहर्रम कमेटी के नेतृत्व में निकाले गए ताजिया जुलूस से पहले एक सादे सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें अतिथियों को पारंपरिक पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर उपस्थित प्रमुख अतिथियों में बाघमारा अंचलाधिकारी बाल किशोर महतो, कतरास थानेदार असित कुमार सिंह, डॉ. स्वतंत्र कुमार, जावेद रजा, मो. मोनू, मो. लालू, मो. नदीम, मो. मुख्तार, उदय वर्मा, विष्णु चौरसिया, महेश अग्रवाल (गंगा गौशाला), रंजीत जायसवाल, निताई चंद्र दे, अधिवक्ता सुरेंद्र सिंह, राजेश स्वर्णकार, अमरनाथ स्वर्णकार, मुन्ना सिद्दीकी, पत्रकार विनय वर्मा, दीपक गुप्ता, मो. राजा और सुमन कुमार सिंह शामिल रहे।
छाताबाद में समाजसेवी मो. शहाबुद्दीन, माधव सिंह, विकास बजरंगी, रिकी सरदार, जियाउल हक और मो. रियाज को भी मुहर्रम कमेटी की ओर से सम्मानित किया गया।
अंगारपथरा में मो. सदाब की अगुवाई में निकाले गए ताजिया जुलूस में भी बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने भाग लिया।
पूरे आयोजन के दौरान प्रशासन की सख्ती और सजगता के साथ-साथ सामाजिक समरसता और आपसी सौहार्द्र की भावना हर क्षेत्र में दिखाई दी। मुहर्रम के इस अवसर पर क्षेत्र में शांति, एकता और भाईचारे का वातावरण बना रहा।