उपलिब्ध : बीकानेर बनी ये हाईटेक जांच लैब, अब नहीं जाना पड़ेगा जयपुर,
उपलिब्ध : बीकानेर बनी ये हाईटेक जांच लैब, अब नहीं जाना पड़ेगा जयपुर,
उपलिब्ध : बीकानेर बनी ये हाईटेक जांच लैब, अब नहीं जाना पड़ेगा जयपुर, 
सत्यनारायण इंडियन क्राइम रिपोर्टर
बीकानेर. बीछवाल के करणीनगर स्थित क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) में मंगलवार से डीएनए जांच सुविधा की शुरुआत हो गई। इसका उद्घाटन जिला एवं सत्र न्यायाधीश अतुल कुमार सक्सेना, एफएसएल निदेशक डॉ. अजय शर्मा, एसपी कावेन्द्र सिंह सागर और अतिरिक्त निदेशक डॉ. वी. वेंकटेस ने दीप प्रज्वलित कर किया। न्यायाधीश सक्सेना ने इसे ’’न्याय प्रणाली के लिए ऐतिहासिक कदम’’ बताया और कहा कि इससे अब वैज्ञानिक स्तर पर अपराधों की तह तक पहुंचना संभव होगा। इस मौके पर संभागीय आयुक्त विश्राम मीणा, तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अखिल रंजन गर्ग और एनआरसीसी के निदेशक डॉ. अनिल पूनिया भी मौजूद रहे।
रिपोर्ट मिलेगी जल्दी
अब तक बीकानेर संभाग के हर महीने 25-30 डीएनए सैंपल जांच के लिए जयपुर या जोधपुर भेजे जाते थे। इससे रिपोर्ट आने में 1 से 2 महीने तक का समय लग जाता था। कई बार इस देरी से मुकदमों में न्याय भी टल जाता था। अब बीकानेर में ही डीएनए जांच की सुविधा होने से समय और संसाधनों की बचत होगी और न्याय प्रक्रिया भी तेज होगी।
क्या है डीएनए जांच DNA Testing
डीएनए जांच किसी व्यक्ति की आनुवंशिक पहचान की पुष्टि करने का वैज्ञानिक तरीका है। यह जांच अपराधियों की स्थापित पहचान, पितृत्व विवाद, या जुर्म से जुड़े जैविक साक्ष्यों के आधार पर की जाती है।
बीकानेर बना राजस्थान का चौथा डीएनए जांच DNA Testing केंद्र
राजस्थान में जयपुर, जोधपुर और अजमेर के बाद अब बीकानेर चौथा ऐसा शहर बन गया है जहां डीएनए जांच की पूरी सुविधा उपलब्ध हो गई है। प्रयोगशाला में 5 करोड़ रुपये की लागत से 18 उन्नत मशीनें स्थापित की गई हैं। जांच संचालन के लिए विशेषज्ञ स्टाफ को प्रशिक्षित किया गया है, और जरूरत पड़ने पर अन्य जिलों से तकनीशियन बुलाए जा रहे हैं।