Rajasthan News : शिक्षा और संस्कार एक दूसरे के पूरक :- राणाराम बैरड

रिपोर्टर बाबू राम बाड़मेर राजस्थान
रामजी गोल फांटा: क्षेत्र में स्थित श्री रामदेव पब्लिक उच्च माध्यमिक विद्यालय में वार्षिकोत्सव एवं कक्षा 12वी आशीर्वाद सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देवीलाल पूनिया डायरेक्टर श्रीराम कॉलेज ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ संस्कार भी जरूरी हैं ।बिना संस्कारों के शिक्षा महत्वहीन होती हैं। बच्चों को संस्कारित शब्दों का दैनिक जीवन में बोलने की अपील की और वाणी में सदैव मीठापन रखने की बात कही।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रमेश कुमार ने बताया कि विद्यार्थियों को विद्यालय समय पश्चात् घर पर मोबाईल रिल्स छोड़कर स्वाध्याय अध्ययन की ओर ध्यान देना चाहिए । कार्यक्रम के मंचासीन मुख्य अतिथियो के साथ में अभिभावकगण रहे।विद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन संस्था प्रधान बालाराम नैन द्वारा प्रस्तुत किया।विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतिया दी गई।
इस अवसर पर कक्षा 11वी के विद्यार्थियों द्वारा 12वी के विद्यार्थियों को गोपनीय गिफ्ट भेंट की साथ ही साथ में 12वी के विद्यार्थियों द्वारा विद्यालय को एक बड़ी टेबल दी गई ।
भामाशाहों द्वारा विद्यार्थियों को अच्छे अंक लाने वाले विद्यार्थियों को नकद राशि देने की घोषणा की ।
मांगीलाल माचरा ने अतिथियों , भामाशाहों एवं ग्रामीणजन का धन्यवाद ज्ञापित किया। राणाराम बैरड ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सफलता के लिए निरन्तर प्रयास एवं धैर्य बहुत जरूरी है। शिक्षा के साथ अपनी कला एवं संस्कृति को महत्व देवें।विद्यार्थी शिक्षा अध्ययन के दौरान अपने भविष्य की नींव तैयार करें। सफलता के लिए ज्ञानेन्द्रियों पर नियंत्रण रखते हुए एकाग्रता के साथ लग्न व समर्पण से अध्ययन करें।प्रतिस्पर्धा के युग में शिक्षा के महत्व को बताते हुए कहा कि विभिन्न परीक्षाओं में उत्तरोत्तर प्रगतिशील रहने की जरूरत है। वर्तमान समय में शिक्षा के साथ-साथ संस्कारों की महती आवश्यकता है। संस्कारवान युवा ही राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकता है। राणाराम बैरड का प्रेरणादायक भाषण – नशा मुक्त समाज के लिए लिया संकल्प समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बेरड ने समाज में बढ़ती नशे की समस्या पर गहरा चिंतन व्यक्त किया और नशा मुक्त समाज के निर्माण का संदेश दिया। अपने ओजस्वी भाषण में उन्होंने कहा कि नशा न केवल एक व्यक्ति का जीवन बर्बाद करता है, बल्कि पूरे परिवार और समाज पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है। बेरड ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज का युवा अगर अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाए तो वह अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकता है। उन्होंने कहा कि नशे की लत से बचने के लिए शिक्षा, खेल-कूद और सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी जरूरी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नशे के खिलाफ लड़ाई अकेले सरकार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की ज़िम्मेदारी है। जब तक हर व्यक्ति इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाएगा, तब तक इसे जड़ से खत्म करना मुश्किल होगा। समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और युवाओं ने उनके प्रेरणादायक विचारों को सुनकर नशा मुक्त भारत का संकल्प लिया और समाज में जागरूकता फैलाने का प्रण किया। बेरड ने अंत में सभी से अपील की कि वे अपने आस-पास के लोगों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करें और समाज को एक नई दिशा दें।
इस अवसर अध्यापक राणाराम बैरड,महेश कुमार, प्रहलादराम सियाग, फोटोग्राफर भेरसिंह तरड सहित सैंकड़ों की संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। मंच संचालन राणाराम बैरड द्वारा किया गया। जानकारी श्री राष्ट्रीय वीर जाट सेना अध्यक्ष गुड़ामालानी के राणाराम बैरड द्वारा दी गई।