Uttar Pradesh News श्री हनुमत बालाजी धाम मंदिर पैंगूपुर बरहट में चल रही श्री मत भागवत महापुराण कथा में अंतरराष्ट्रीय कथा व्यास ने बताया कि कामदेव की पराजय का नाम ही महारास है

रिपोर्टर कमलेश कुमार शुक्ला कानपुर उत्तर प्रदेश
कानपुर:-नगर ! श्री हनुमत बालाजी धाम मंदिर पैंगूपुर बरहट में चल रही श्री मत भागवत महापुराण कथा में अंतरराष्ट्रीय कथा व्यास ने बताया कि कामदेव की पराजय का नाम ही महारास है भगवान श्री कृष्ण ने वृंदावन में यमुना के तट पर जब महारास रासलीला की तो कामदेव भगवान श्री कृष्ण की परीक्षा लेने के लिए आया लेकिन भगवान श्री कृष्ण का त्याग और वैराग्य एवम् गोपियों का भगवान श्री कृष्ण के प्रति सच्चा प्रेम देखकर कामदेव ने अपनी हार स्वीकार कर ली और कहा प्रभु मैं अपने अगले जन्म में आपका पुत्र बनकर आना चाहता हूं और यही कामदेव अगले जन्म में भगवान श्री कृष्ण के प्रद्युमन नाम का पुत्र बनकर आया अंतर्राष्ट्रीय कथा व्यास पं० शिवा कान्त महाराज ने भगवान श्री कृष्ण के विवाह उत्सव की कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने 16108 विवाह किए थे यह सब वेद के रचाए थे कथा में व्यास पूजन किया अजीत सिंह पाल राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार , पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी , बिठूर थाना प्रभारी निरीक्षक अतुल कुमार सिंह , कथा में पूरे प्रदेश भर से भक्त एवम् सनातनी कथा सुनने पहुंचे
कथा के कार्यक्रम में कई मुस्लिम सदस्यों ने भी श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा का रसपान किया प्रधान यजमान आचार्य शिवम् मिश्रा , बृजभूषण शुक्ला , सरला शुक्ला , आदि बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित हुए कथा की पूरी जानकारी पं० उत्तम शुक्ला द्वारा दी गई