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Madhya Pradesh News ग्राम पंचायत सिहोरा के पशु औषधालय को आखिर कब मिलेगा स्थाई चिकित्सक

 रिपोर्टर हीरालाल डेहरिया सिवनी मध्यप्रदेश 

सिवनी जिले के अंतर्गत आने वाली लखनादौन तहसील की ग्राम पंचायत सिहोरा में कई वर्ष पहले प्रशासन द्वारा बनाया गया पशु औषधालय आज अपने अस्तित्व को खोता नजर आ रहा है कई वर्षों से देखा जा रहा है पशु औषधालय सिहोरा में कोई स्थाई चिकित्सक मोजूद नहीं है पूर्व में उईके जी एकमात्र चिकित्सक रहे उनके बाद से इस औषधालय के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया जाता रहा है जिससे उत्पन्न परेशानियों का सामना ग्रामीण एवं क्षेत्रीय जनों के कृषकों एवं पशुपालकों को उठानी पड़ रही है मौके पर चिकित्सक मौजूद न होने के कारण मवेशियों को अपनी जान तक गवानी पड़ती है सिहोरा पशु अस्पताल की स्थिति दिन पाए दिन दयनीय होती जा रही है आज जब औषधालय की तस्वीर हमारे संवाददाता के द्वारा ली गई उस तस्वीर को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि वीगत कई महीनो से अस्पताल को खोला नहीं गया है अस्पताल के अंदर मौजूद कचरा इस बात का गवाह है अस्पताल की दीवारें इस बात को दर्शातीहै टूटी हुई खिड़कियां टूटे हुए दरवाजे जिस पर आज तक किसी अधिकारी की नजर नहीं पड़ी कमाल की बात तो यह है यहां हर दो तीन माह में प्रभारी के रूप में चिकित्सक उपलब्ध होता है और दो-तीन महीने के बाद वह अपना प्रभार दूसरी पंचायत में ले लेता है कृषको एवं पशुपालकों को यह समझ नहीं आता कि हम हमारे मवेशियों का इलाज किससे कब और कैसे करवाए जबकि ग्राम पंचायत सिहोरा अकेले में पर्याप्त मवेशी वाले जाते हैं और सिहोरा से जुड़े हुए लगभग आसपास से 10से 12 गांव आश्रित रहते हैं सिहोरा में मरते पशुओं की संख्या सप्ताह में एक की औसत से मौजूद है हर सप्ताह एक न एक जानवर उचित इलाज न मिलने के कारण मौत के घाट उतर जाता है।

प्रभारी चिकित्सकों से जब मवेशियों के इलाज की बात की जाती है तो करते हैं आनाकानी

सिहोरा पशु औषधालय में पदस्थ प्रभारी चिकित्सकों से जब मवेशियों के इलाज के लिए संपर्क किया जाता है तो उनके द्वारा अचित विहीन बातें की जाती हैं कि आप पशुओं को लखनादौन ही लेकर आ जाएं इलाज कराने ऐसे में कृषकों को एवं पशुपालकों को बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है अब जब कोई स्थाई चिकित्सक मौजूद नहीं है ऐसी स्थिति में प्रभारी चिकित्सकों को पशुपालकों के पशुओं को बारीकी से देखरेख की जरूरत है और समय में उनका उपचार हो जाए जिससे किसी को नुकसान ना उठाना पड़े।

ग्रामीणों ने प्रशाशन से स्थाई पशु चिकित्सक की रखी मांग

ग्रामीण एवं क्षेत्रीय जनों की प्रशासन से मांग है कि सिहोरा पशु औषधालय को एक स्थाई चिकित्सक नियमित रूप से किया जाए ताकि प्रशासन द्वारा आ रही योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त हो सके एवं बीमार पशुओं का नियमित रूप से अच्छे से अच्छा उपचार संभव हो ज्ञात हो पूरा इलाका मध्यम वर्गीय कृषक एवं पशुपालकों से भरा हुआ है ग्रामीण वर्ग के लोग पशुओं का पालन पोषण कर अपना जीवन यापन करते हैं।

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