Haryana News कांग्रेस नेता राव अर्जुन सिंह का बैंकाक में निधन, चार दिन पहले गए थे विदेश, वहीं पड़ा दिल का दौरा
शुक्रवार को रेवाड़ी नहीं पहुंचा शव बैंकॉक में जरूरी प्रक्रिया चल रही

रिपोर्टर सतीश नारनौल हरियाण
पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह के पौत्र और कांग्रेस के युवा नेता राव अर्जुन सिंह का बैंकाक में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। गुरुवार शाम उनके निधन की सूचना जैसे ही रेवाड़ी पहुंची तो उनके समर्थ को में शोक की लहर दौड़ गई। शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने सोशल मीडिया पर दुखद सूचना की पुष्टि की तो रामपुरा हाउस सहित शहर में शोक की लहर दौड़ गई। शुक्रवार सुबह से ही समर्थक यहां उनकी कोठी पर पहुंचना शुरू हो गए थे। 44 साल का यह युवक इतनी जल्दी विदा ले लेगा इस पर किसी को यकीन नहीं हो पा रहा है। जानकारी मिली है कि राव अर्जुन सिंह के शव को भारत लाने के लिए बैंकाक में जरूरी प्रक्रिया की जा रही है। उनका पार्थिव शरीर शनिवार को रेवाड़ी पहुंचने की संभावना है। इसके बाद उनके पैतृक गांव रामपुरा में अंतिम संस्कार किया जाएगा। अर्जुन राव बैंकॉक रवाना होने से पहले 15 अक्तूबर को अपने पिता राव अजीत सिंह के साथ महेन्द्रगढ़ जिले के कस्बा अटेली में आखिरी बार दिखे थे। अर्जुन ने यहां अपना चुनावी कार्यालय खोला था। 16 अक्टूबर को बैंकॉक गए थे। पिछला चुनाव भी अर्जुन ने कांग्रेस के टिकट पर अटेली से ही लड़ा था।
सुरजेवाला ने लिखा: अर्जुन का इस तरह से बिछुड़ जाना गहरे सदमे से कम नहीं
हरियाणा के पूर्व सीएम स्वर्गीय राव बीरेंद्र सिंह के पौत्र, अहीरवाल की आवाज, कांग्रेस के युवा नेता व छोटे भाई राव अर्जुन सिंह का इस तरह से बिछुड़ जाना गहरे सदमें से कम नहीं। ईश्वर उनको हमेशा अपने चरणों में जगह दें व परिवार को इस संकट की घड़ी में दुख सहने की शक्ति प्रदान करें। जहां भी रहो, हमेशा खुश रहो। आप हमेशा दिल में रहोगे। -कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला का ट्वीट
पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह के पौत्र व कांग्रेसी नेता राव अर्जुन सिंह के आकस्मिक निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। भगवान दिवगंत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और इस दुख की घड़ी में परिजनों को शक्ति प्रदान करें। -कांग्रेस ओबीसी विभाग के चेयरमैन और पूर्व वित्तमंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव का ट्वीट
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के भतीजे हैं राव अर्जुन सिंह
अर्जुन राव के ताऊ राव इंद्रजीत सिंह वर्तमान में केंद्र सरकार में मंत्री और गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। इस घटना के बाद पारिवारिक तौर पर राव अजीत सिंह बेहद ही सबसे चुनौती पूर्ण एवं बुरे दौर से गुजर रहे हैं । उनका शरीर पिछले कुछ सालों से अस्वस्थ्य चल रहा है । वह अपने सहारे चलने में पूरी तरह से असमर्थ हैं, पर मानसिक तौर पर पहले की तरह मजबूत हैं । इसलिए उन्होंने अपनी राजनीतिक विरासत पूरी तरह से अर्जुन को सौंप दी थी। 2019 के विधानसभा चुनाव में अटेली से कांग्रेस की टिकट पर अर्जुन राव जीत नहीं पाए।
अपने दम पर जिताए विधायक, पर खुद ने चख सके जीत का स्वाद
एक समय था जब राव अजीत सिंह की राजनीति में अपने बड़े भाई केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से भी ज्यादा पकड़ थी। ईनेलो में रहते हुए बावल विधानसभा सीट से अपने दम पर रामेश्वर दयाल को विधायक बनवा दिया था। साथ ही निर्दलीय के तौर पर शकुंतला भगवड़िया को जिताने में सूत्रधार बने थे। ऐसे ही अटेली से नरेश यादव की मदद कर उन्हें विजेता बनाया था। ऐसे अनेक सीटों पर राव अजीत सिंह अपने समर्थकों की मदद से अहीरवाल के समीकरण बदलने में बड़ी हैसियत रखते रहे हैं। वह अटेली में जीत के करीब पहुंचकर भी हारते रहे । उन्होंने राजनीति जमकर की लेकिन जीत की ताजपोसी के लिए तरसते रहे। बड़े भाई राव इंद्रजीत सिंह से राजनीतिक विचारों एवं प्रभुत्व को लेकर टकराव रहा। इसके बावजूद समर्थकों का जमावड़ा राव अजीत सिंह के पास रहा। अस्वस्थ रहने के कारण वह अर्जुन को विधायक बनाकर अपने अधूरी राजनीति को पूरा करने के लिए नए सिरे से जोश के साथ जुड़ गए थे । कुछ अर्जुन के चले जाने के बाद राव अजीत सिंह की राजनीति अब ठहर जाएगी या फिर नई हिम्मत व हौसले के साथ खड़ी हो जाएगी यह आने वाला समय ही बतायेगा । उनके छोटे बेटे राजनीति से दूर अपने व्यवसाय में व्यस्त रहते हैं, उनके दो पुत्र ही हैं।
अर्जुन राव के पिता राव अजीत सिंह ने भी लंबी राजनीति पारी खेली है, लेकिन अस्वस्थ होने के कारण अपने पिता की राजनीतिक विरासत को फिलहाल अर्जुन राव संभाल रहे थे। अर्जुन राव ने अपनी शुरुआती पढ़ाई दिल्ली से करने के बाद आगे की पढ़ाई विदेश में की। उनका ज्यादातर कारोबार में विदेश में ही है। अर्जुन राव ही अपने परिवार का कारोबार संभाल रहे थे। अर्जुन राव की माता उनके पैतृक गांव रामपुरा की सरपंच रही हैं। उनके छोटे चाचा राव यादवेंद्र सिंह भी राजनीति में सक्रिय हैं।