Madhya Pradesh News अनुभव बिजावर के माध्यमिक शाला पुरवा से सामने आया है जहां पर तकरीबन दोपहर के ढाई से तीन बजे ही स्कूल को बंद कर दिया गया

ब्यूरो चीफ राजू जोशी महाराज छतरपुर मध्य प्रदेश
अनुभव बिजावर के माध्यमिक शाला पुरवा से सामने आया है जहां पर तकरीबन दोपहर के ढाई से तीन बजे ही स्कूल को बंद कर दिया गया जब मीडिया कर्मियों में नजर जाकर देखा सिर्फ एक शिक्षक महोदय ताला लगाकर सो , रहे थे उनसे ताला खुलवाया गया, और बात की गई शिक्षक और विद्यार्थी बिहीनशाला क्यों है उनका जवाब बाद ही मजेदार था
सारे नियम ही , प्रभारी द्वारा, ताक पर पर रख दिऐ ,गये
शासकीय माध्यमिक साला पुरवा, मैं शासन प्रशासन को , ठेंगा दिखाती स्कूल की व्यवस्थाएं पत्रकारों की टीम जब माध्यमिक शाला पहुंची तकरीबन 3:00 बजे एक शिक्षक महोदय थे जो सो रहे थे ताला बंद करके ताला खुलवाया गया देखा ना ही कोई शिक्षक थे ना ही कोई विद्यार्थी बहुत ही दुर्भाग्य की बात है शिक्षक के गुरु होता है लेकिन उन्हें आजकल कोई लेना-देना नहीं है माध्यमिक शाला इंटीरियर मे होने की वजह से किसी का भी ध्यान नहीं है पास में ही, कुछ ग्राम पंचायत हैं जैसे की किशनगढ़ जेतपुर कुछ दूरी पर है लेकिन ग्रामीणों से पूछा गयां पर, इतनी लापरवाही क्यों बरती जा रही है शासनद्वारा इतनी अनदेखी कैसे हो रही है तो ग्रामीणों का कहना था आज तक ना ही कोई सरपंच या कोई , जनप्रतिनिधि , स्कूलों की व्यवस्था देखने नहीं आया,, ना ही कोई माध्यम भजनन की व्यवस्था ना ही कोई रसोई कार्यकर्ता बताइए अब बच्चे कहां तक शिक्षक होंगे जब एक शिक्षक महोदय ताला बंद कर कर सो रहे हो ऐसे में बच्चों का भविष्य क्या होगा किशनगढ़ ,जेतपुर वैसे ही पिछड़ी हुईग्राम पंचायत हैं ज्यादातर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है इसी का कारण शिक्षक , फायदा उठा रहे हैं जो शिक्षक उपस्थित थे उनसे पूछा गया आप ताला लगाकर क्यों सो रहे हैं उन्होंने बताया पास के गांव में किसी की गमी हो गई है, इस कारण स्कूल को जल्दी बंद कर दिया गया था कोई जैन मैडम , प्रभारी है वह अपने घर चली गई , और समस्त शिक्षकओ, मैं से सिर्फ एक ही शिक्षक उपस्थित मिले मिले थे जौ ताला लगाकर सो रहे थे यह शिक्षा व्यवस्था के नाम पर सिर्फ फॉर्मेलिटी की जा रही होगी, है भारत देश के लिए दुर्भाग्य की बात है बताइए जब शिक्षा व्यवस्था नहीं होगी ऐसे में आगे चलकर नई पीढ़ी की स्थिति क्या होगी इसका जिम्मेदार कौन है शायद कुछ सत्ता के लालची उन्हें सिर्फ सत्ता से मतलब है देश और दुनिया की कोई चिंता नहीं है सरपंच एक बहुत ही बड़ा जिम्मेदार पद होता है देश में प्रधानमंत्री राज्य में मुख्यमंत्री नगर पंचायत में नगर अध्यक्ष ग्राम पंचायत में सरपंच लोग इन पर भरोसा करते हैं और उनकी जिम्मेदारी बनती है देश से लेकर ग्रामीण लेवल तक ग्रामीणों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करें एवं भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाए लेकिन प्रणाम कुछ अलग सामने आ रहे हैं , चारों तरफ गंदगी मानव जैसे प्रभारी कोई उपकार कर रहे हो बच्चों को पढ़ना के लिए इसको देखकर कुछ बुद्धिजीवी चिंतित हैं आने वाले भविष्य में क्या होगा