Haryana News संस्कृति के प्रति समर्पण भाव से बढेगी पहचान – सत्यव्रत शास्त्री

रिपोर्टर सतीश नारनौल हरियाण
नारनौल सांस्कृतिक अहीरवाल की नारनौल ईकाई का लेखक सम्मान समारोह में सत्यव्रत शास्त्री, सत्यवीर थानेदार कंवर सिंह सरपंच ,राजसिंह श्री राम यादव ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सत्यव्रत शास्त्री ने कहा संस्कृति हित में काम करने वाले लोगों को सम्मानित करना सबसे बड़ा कार्य होता है सांस्कृतिक अहीरवाल संगठन ऐसे उन सामाजिक लोगों को सम्मानित करने में गर्व महसूस करता है जिन्होंने अपने गांव ,समाज के लिए योगदान किया हो । उन्होंने कहा सांस्कृतिक अहीरवाल संगठन अहीरवाल के 2500 गांवों पर शोधात्मक इतिहास संकलन का काम कर रहा है अभी तक 1200 गांवों का संकलन पूरा हो गया है ।उन्होंने उपस्थित लोगों को आह्वान करते हुए कहा कि सार रूप में एक प्रश्नोत्तर पुस्तिका का निर्माण किया गया है जिसमें अहीरवाल की 350 जानकारियां प्रश्नोत्तर के रूप में दी गई है इन पुस्तिकाओं के माध्यम से स्कूल कॉलेजों में विद्यार्थियों की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। जिनमें विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। नारनौल पंचायत समिति के 63गांवो से गांव का इतिहास लिखने के निमित्त सहयोग करने वाले प्रमुख लोगों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सत्यव्रत शास्त्री ने उपस्थित लोगों को आह्वान करते हुए कहा अहीरवाल क्षेत्र में चार चीजों पर विशेष जोर देने की आवश्यकता है
जिसमें गऊ ,बहू, बेटी और संत ।यदि ये चार समाज में सम्मानित ढंग से रहते हैं तो अपनी पुरानी संस्कृति गौरवपूर्ण स्थान पर स्थापित हो सकेगी। उन्होंने जोर देकर कहा की ये चीजें अच्छी अवस्था में रहती थी तो हमारी सभी सामाजिक मर्यादा मजबूत थी। दुर्भाग्य से इन चीजों पर जब से ध्यान देना बंद किया तब से ही हमारे समाज के व्यवस्थाएं भी छिन्न भिन्न होने लगी। उन्होंने सत्यवीर थानेदार व सांवतसिंह को विशेष तौर पर साधुवाद देते हुए कहा इस प्रकार के कार्यक्रमों को निरंतर करते रहना चाहिए। कार्यक्रम ओमप्रकाश आर्य ,रविन्द्र यादव राजकुमार शर्मा ओमप्रकाश यादव प्रवक्ता यशपाल यादव ने भी अपने विचार रखें। अंत में कार्यक्रम के संयोजक शीशपाल यादव ने सभी का कार्यक्रम में पहुंचने पर आभार व्यक्त किया और आगे इसी प्रकार का सहयोग करने की अपेक्षा रखी।