Haryana News प्रख्यात कथावाचक परम् श्रद्धेय आचार्य बजरंग शास्त्री द्वारा कुलताजपुर गांव में संगीतमय शिव पुराण कथा का प्रारंभ शिव पुराण कथा से पूर्व निकाली कलश यात्रा

रिपोर्टर सतीश नारनौल हरियाण
कुलताजपुर ग्राम के समस्त ग्रामवासियों के द्वारा आयोजित 9 अगस्त से 16 अगस्त तक शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा हैं। जिसमें कथा से पूर्व आज ठाकुर जी मंदिर से कलश यात्रा का शुभारम्भ किया गया, जिसमे सर्वप्रथम मुख्य यजमान श्री महंत प्रेम दास जी महाराज द्वारा आचार्य मनीष शास्त्री , पं.राघव शास्त्री एवं पं.राहुल जी ने विधि-विधान से श्री गणपति पूजन , कलश और नवग्रह तथा षोडश मातृका और पितरों का पूजन करवाया और सभी कलशों सहित ठाकुर जी का भी पूजन किया गया गया। कथा के शुभारम्भ पर मंदिर के महंत प्रेम दास जी ने कलश यात्रा का शुभारम्भ करवाया और मंदिर से घोड़ी बग्गी, बैण्ड बाजे , शंकर पार्वती की मनमोहक झांकी और ध्वजा से युक्त भव्य 101 कलशों की यात्रा निकाली गई, जो समस्त गांव में होते हुए कथा स्थल पर जाकर सम्पन्न हुई। जहाँ पर सर्वप्रथम मुख्य यजमान द्वारा शिवपुराण जी का पूजन करवा कर शिवपुराण को विराजमान किया गया। व्यास पीठ से आशीर्वाद प्राप्त किया गया। फिर भागवत आचार्य पं.बजरंग शास्त्री जी का तिलक माला के द्वारा आयोजक ने पूजन किया। कार्यक्रम के बारे जानकारी देते हुए कथा के आयोजक ने बताया की प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से सायं 4 बजे तक आचार्य पं.बजरंग शास्त्री जी महाराज अपने मुखारबिंद से भक्तो को शिवमहापुराण कथा का रसपान करवाएंगे और कथा के आयोजक ने सभी धर्म प्रेमी बंधुओ से इस धार्मिक आयोजन मे सपरिवार आकर कर भाग लेने की अपील की। प्रथम दिवस की कथा मे आचार्य बजरंग शास्त्री जी ने बताया की भगवान भोले नाथ की कथा सहजता में मिलना बहुत कठिन है। जीव के जब बहुत जन्मों के पुण्य उदय होते है, तब श्री शिव महापुराण की कथा की प्राप्ति होती है। शिव महापुराण की कथा धन्य है, जो कष्टों को दूर करने वाली है, जो जीव श्रद्धा और विश्वास के साथ शिवपुराण की कथा को श्रवण करता है। प्रभु उनकी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते है और जीव परम पद को प्राप्त करता है। प्रथम दिवस की कथा में आचार्य जी ने शिवपुराण का महात्म्य का वर्णन किया और बताया की जब देवराज और बिन्दुग जैसा पापी व्यक्ति जिसने अपने पूरे जीवन में सभी पाप कर्म किये वो भी शिव महापुराण को सुनने से पवित्र हो गये, तो जो जीव श्रद्धा और विश्वास के साथ शिव महापुराण की कथा को सुनते है तो उनकी महिमा तो अपरम्पार है। जहाँ पर भी शिवपुराण की कथा होती है, वहाँ पर भगवान भोलेनाथ अवश्य ही दर्शन देते है और सभी भक्तो की मनोकामनाओ को पूर्ण करते है । इस अवसर मुख्य रूप से महंत प्रेमदास जी महाराज सहित सैकडों की संख्या में माता-बहनो सहित काफी संख्या में अनेक गणमान्य लोग मुख्य रूप से मौजूद रहे।

Subscribe to my channel