Himachal Pradesh News मेधावी विद्यार्थियों का उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करेगी, मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना
रिपोर्टर ओमप्रकाश शर्मा शिमला हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जी का कहना है कि प्रदेश का कोई भी युवा वित्तीय संसाधनों और आर्थिक अभाव के कारण व्यवसायिक शिक्षा से वंचित ना रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना शुरू की है। हिमाचल प्रदेश के ऐसे सभी युवा लाभार्थी जिनकी पारिवारिक आय सभी स्रोतों से ₹400000 से कम है और आयु सीमा 28 वर्ष से अधिक ना हो इस योजना के लिए पात्र होंगे। विद्यार्थी ने पिछली कक्षा में परीक्षा 60% अंकों के साथ उतीर्ण की हो, ऐसे विद्यार्थी इस शिक्षा ऋण का लाभ उठा सकेंगे। इंजीनियरिंग, मेडिकल, पैरामेडिकल, फार्मेसी, नर्सिंग वह कानून इत्यादि विषयों में डिप्लोमा और डिग्री हासिल करने के लिए बोनाफाइड हिमाचली विद्यार्थी 1% ब्याज पर यह ऋण प्राप्त कर सकते हैं। मेधावी विद्यार्थी इस ऋण का उपयोग उच्च अध्ययन की आवश्यकताओं जैसे रहने सहने, ट्यूशन फीस, किताबें और अन्य शिक्षा संबंधी खर्चों के लिए कर सकेगे। मुख्यमंत्री के अनुसार जब तक ऑनलाइन पोर्टल क्रियाशील नहीं होता है तब तक उम्मीदवार एक निर्धारित प्रपत्र के साथ सभी आवश्यक दस्तावेजों को सकैन कर ई मेल के माध्यम से आवेदन निदेशक उच्च शिक्षा के कार्यालय को भेज सकते हैं। हाल ही में हिमाचल मंत्रिमंडल ने 200 करोड़ की इस महत्वाकांक्षी योजना को मंजूरी प्रदान की है। सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना का शिमला ग्रामीण कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष गोपाल शर्मा, उपाध्यक्ष केवल राज वर्मा, महासचिव जगदीश वर्मा, महासचिव नरेश वर्मा, उप प्रधान दिलीप वर्मा, सेवानिवृत्त अध्यापक लेखराज शर्मा, जिला परिषद सदस्य रीना ने सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना का स्वागत किया है। हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में अधिवक्ता भबीता शर्मा, अखिल भारतीय डाक कर्मचारी ग्रामीण डाक सेवक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा का मानना है कि सरकार की यह योजना यदि धरातल पर लागू होती है तो गरीब मेधावी विद्यार्थियों के सपने को साकार करने में यह योजना मील का पत्थर साबित होगी। साथ ही शिक्षण संस्थाओं के माध्यम से इसके प्रचार-प्रसार पर बल दिया जाना चाहिए।