Madhya Pradesh News अवैध रैती का कारोबार ,प्रशासन की कोई कार्यवाही नही

रिपोर्टर इकबाल मंसूरी गरोठ मंदसौर मध्यप्रदेश
मंदसौर : मल्हारगढ़ विधानसभा के बिल्लौद, खुटी, खात्त्याखेड़ी में खेतो की खुदाई कर अवैध रैती का कारोबार खूब फल फूल रहा है। अवैध रैती के कारोबारी दिन में नींद निकालते है और रातभर खुदाई कर माल बैच देते है। रतलाम से आए किसी दशरथ ने खात्याखेड़ी में भूतपूर्व सरपंच के यहां किराए से ऑफिस लेकर अपना कारोबार चला रखा है , वही जो संसाधन राजसात होना चाहिए वो जेसीबी , ट्रेक्टर , ट्राली , छलना सब होटल के सामने बाब रांघोटा के यहां पीछे धनगर की होटल के यहां खड़े किए जाते है । किसी दशरथ नाम के युवक ने डूब क्षेत्र का खेत बाबू धनगर से पांच लाख में लेकर खुदाई कर रैती रात में निकाल कर बेचने का कारोबार चला रखा है , वही इसका आतंक बताया जाता है की रास्ते चलते लोगो को डराता धमकाता रहता है , प्रशासन को खुद चलाता हु , रुपयों के दम पर मेरा कोई कुछ नही बिगाड़ सकता इत्यादि अनर्गल बातें करता है।सूत्र बताते है पर प्रशासन को ये जरूर ध्यान देना होगा की बिल्लौद ,खुटी, खात्याखेड़ी में अवैध रैती खुदाई वालो ने सीडिकेट बना कर कारोबार चला रखा है । आने जाने के रास्तों पर इनके मजदूर बिठाए जाते है जो हलचल की तुरंत सूचना अपने आकाओं को देते है। प्रशासन को अवैध खुदाई की घनफीट से 50 % पेनल्टी लेने का प्रावधान है। जेसीबी, ट्रेक्टर, ट्राली राजसात करने का अधिकार है पर अभी तक संबंधित विभाग के कानो पर जू तक नहीं रेंगी है। खत्त्याखेड़ी के पॉइंट जैसे कई कुरकुरमुत्ते पॉइंट इन अवैध कारोबारियों ने बना रखे है। इनमे से एक के संसाधन भी अगर राजसात होते है तो सभी अपने बिलों में छुप सकते है।आबाखेड़ी भी बहुत बड़ा गढ़ अवैध रैती का माना जाता है , पित्तीयाखेड़ी में भी घर घर की यही कहानी है ,वही शक्करखेड़ी की नदी में अंदर खुदाई रैत का कारोबार पुराने तस्करों का चालू है। सूठी में भी यही हाल है। ये सभी गांव नाहरगढ़ थाना क्षेत्र के है पर मामला खनन विभाग और थाने के बीच का होने से भी अधर में लटका माना जा सकता है। यही हालात अवैध रैती कारोबारियों के बने रहे तो बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह जिम्मेदार खनन विभाग और प्रशासन पर खड़ा होता दिखाई दे रहा है ?



Subscribe to my channel