कृषि विज्ञान केंद्र, मनकापुर गोंडा पर संपन्न हुआ पांच दिवसीय व्यवसायिक कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम
कृषि विज्ञान केंद्र, मनकापुर गोंडा पर संपन्न हुआ पांच दिवसीय व्यवसायिक कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम

कार्यक्रम समन्वयक डॉक्टर हनुमान प्रसाद पांडे, मृदा वैज्ञानिक के मार्गदर्शन में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ जो विगत 30 अक्टूबर से प्रारंभ होकर आज 3 नवंबर को संपन्न हुआ जिसमें कृषकों को अपशिष्ट प्रबंधन से स्वरोजगार के अवसर विषय पर ट्रेनिंग दी गई कृषकों को यह बताया गया कि कृषक भाई अपने घर के अपशिष्ट अपने फसलों के अवशिष्ट अपने पेड़ पौधों के अवशिष्ट का कैसे उपयोग करके उच्च गुणवत्ता की खाद, वर्मी कंपोस्ट इत्यादि तैयार करके मार्केट की विपणन प्रणाली में अग्रणी भूमिका निभा सकते हैं और अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं कृषि के साथ-साथ स्वरोजगार के क्षेत्र में यह कृषकों के मध्य एक अनूठी पहल होगीडॉ ज्ञानदीप गुप्ता मत्स्य वैज्ञानिक ने बताया कि कृषक परली प्रबंधन करके कैसे अपनी आय को बढ़ा सकते हैं तथा मार्केट की मुख्य धारा में आ सकते हैं कार्यक्रम के समापन के दौरान कुल 20 प्रतिभागियों (महिला एवं पुरुष कृषक) ने प्रतिभाग किया उपरोक्त प्रतिभागियों को पालक, सोया धनिया, पूसा सरसों साग-1 प्रजाति के बीज निशुल्क वितरित किए गए तथा प्रतिभागियों को भविष्य में उपरोक्त बीजों के बीज उत्पादन से अपनी आय को कैसे बढ़ाना है इस विषय पर भी विशेष प्रकाश डाला गयापांचो दिवसों में केंद्र के विभिन्न वैज्ञानिकों ने अपने-अपने विषय पर कृषकों के मध्य व्याख्यान एवं संवाद प्रस्तुत किये।



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