Bihar News : सरकारी एंबुलेंस कर्मियों का हड़ताल दूसरे दिन भी जारी कर्मियों ने सदर अस्पताल में एंबुलेंस को खड़ी कर सरकार विरोधी नारे लगाये

रिपोर्टर अमित रंजन पूर्वी चंपारण बिहार
पूर्वी चम्पारण मोतिहारी एंबुलेंस के राज्यव्यापी हड़ताल के तीसरा दिन को एंबुलेंस कर्मियों ने सदर अस्पताल में एंबुलेंस को खड़ी कर सरकार विरोधी नारे लगाये और कहा की जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी, तब तक हम अनिश्चतकालीन हड़ताल पर डटे रहेंगे. इधर एंबुलेंस कर्मियों के हड़ताल पर रहने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इधर स्थिति की नजाकत को देखते हुए अस्पताल प्रबंधक ने राज्य स्वास्थ्य समिति को एक पत्र के माध्यम से स्थिति को अवगत कराते हुए त्राहिमाम संदेश भेजा है, ताकि सरकार हड़ताल के दौरान कोई वैकल्पिक व्यवसथा करे. इधर प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगों में श्रम अधिनियम के तहत वेतन का भुगतान किया जाए, अतिरिक्त कार्य के लिए अतिरिक्त वेतन का भुगतान, भुगतन के समय का निर्धारण, गाड़ी खराब होने पर कर्मचारियों का वेतन नहीं काटने, किसी भी कर्मचारियों के साथ अप्रिय घटना घटती है तो उसके बीमित राशि का भुगतान किया जाए. आज के कार्यक्रम का नेतृत्व भारतीय मजदूर संघ के उपाध्यक्ष विनय कुमार, महासचिव अवनीश कुमार द्वारा किया गया. प्रदर्शन में एंबुलेंसकर्मी संघ के अध्यक्ष अतुल कुमार, सचिव अमित कुमार, राजेश्वर सहनी, नितेश कुमार, म. जकारिया, रामबाबू प्रसाद, शशिभूषण सहित आदि शामिल थे. निजी एजेंसी के द्वारा होता है एंबुलेंस का संचालन जिले में निजी एजेंसी चिकित्सा हेल्थ केयर लिमिटेड द्वारा एंबुलेंस का संचालन हाेता है. जिले में 88 एंबुलेंस का संचालन होता है, जिसमें सदर अस्पताल में 10 एंबुलेंस व तीन शव वाहन शामिल है. मरीजों का यह है कहना एंबुलेंस कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रसृता महिला सरिता देवी के पति रमेश कुमार ने बताया कि रूलही जाने के लिए ऑटो वाले ने 500 से 800 रुपया की मांग करते है. किसी तरह 600 रुपया पर तय हुआ. वहीं चिलवनिया जाने के लिए 500 रुपया का डिमांड किया जा रहा है, जबकि सिरसा आदि जाने के लिए एक हजार रुपया का डिमांड किया जा रहा है।