Gujarat News : राहुल गांधी के पूर्व वकील फिरोज पठान ने की आत्महत्या: फोन पर अपने जूनियर से कहा था- अगर मुझे कुछ हुआ तो कोर्ट के बगल वाले केबल ब्रिज पर ढूंढ लेना; उबरत के पास मिला शव

रिपोर्टर शेख सरफराज सूरत गुजरात
सूरत कांग्रेस के पूर्व कानूनी संयोजक और वर्तमान में वकालत कर रहे फिरोज पठान ने किसी अज्ञात कारण से जीवन से तंग आकर 5 सितंबर की रात करीब 11 बजे केबल ब्रिज से तापी नदी में छलांग लगा दी। एक जूनियर वकील से बात करने के बाद वकील ने तापी नदी में छलांग लगा दी। दमकल विभाग ने दोनों किनारों पर बहने वाली तापी में उनकी तलाश शुरू की और पता चला कि फिरोज पठान का शव आज सुबह (6 सितंबर) उबरत के किनारे मिला। फिरोज पठान लोकसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वकील भी रह चुके हैं। फिरोज पठान ने जूनियर से आखिरी बार बात की प्राप्त जानकारी के अनुसार, उधना दरवाजा इलाके में रहने वाले एडवोकेट फिरोज पठान ने ईद मिलाद के दिन तापी नदी में छलांग लगा दी। उनके पिता कांग्रेस के पार्षद थे, जबकि फिरोजभाई लीगल चेयरमैन रह चुके थे। शुक्रवार सुबह फिरोजभाई ने अपने जूनियर दीपक को फोन करके कहा कि अगर मुझे कुछ हो जाए तो कोर्ट के बगल वाले पुल पर आकर मुझे ढूंढ लेना।जूनियर वकील ने उनके कार्यालय पहुंचने से पहले ही कार्रवाई कर दी।
जूनियर वकील ने तब उनका हौसला बढ़ाते हुए कहा ऐसी बातें मत करो, क्या तुम ऑफिस में हो?” फिर फिरोजभाई ने कहा, मैं ऑफिस में बैठा हूँ। दीपकभाई चिंतित होकर ऑफिस गए, लेकिन फिरोजभाई वहाँ नहीं मिले। दीपक ने फिरोजभाई के बेटे को फ़ोन करके सूचना दी और केबल ब्रिज पर उन्हें ढूँढ़ने निकल पड़ा। केबल ब्रिज पर लोगों की भीड़ देखकर वह चौंक गया। फिरोजभाई की कार ब्रिज के नीचे पार्किंग में मिली। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और अग्निशमन दल मौके पर पहुंचे।जब पता चला कि फिरोजभाई तापी नदी में कूद गए हैं तो पुलिस और उनके परिवार को सूचित किया गया। दमकल विभाग को इसकी सूचना दी गई, तो उसकी टीम तापी की तेज़ धारा में उनकी तलाश में जुट गई। फिरोजभाई के आस-पास रहने वाले दोस्तों के अनुसार, फिरोजभाई पारिवारिक और अन्य कारणों से परेशान थे और लंबे समय से अवसाद में थे।पारिवारिक विवाद में हस्तक्षेप करने की चर्चापारिवारिक कलह और फिरोजभाई द्वारा संपत्ति पर लिया गया कर्ज़, जिसे चुकाने में उन्हें परेशानी हो रही थी, आर्थिक तंगी का कारण बन रहे थे। इन्हीं सब कारणों से फिरोजभाई ने तापी नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से फिरोजभाई के परिवार और कई वकीलों में शोक की लहर दौड़ गई है। फिरोजभाई का शव सुबह-सुबह उबरत नदी के किनारे मिला।पहले भी कर चुके थे आत्महत्या का प्रयास। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एडवोकेट फिरोज पठान पारिवारिक समस्याओं के चलते पिछले कुछ समय से अवसाद में थे। पिछले साल भी उन्होंने चूहे मारने की दवा खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था, जिसके बाद उन्हें लंबे समय तक अस्पताल में इलाज करवाना पड़ा था। फिरोज पठान पहले कांग्रेस के लीगल सेल में भी सक्रिय थे। उनके इस कदम से शहर के कानूनी हलकों में आक्रोश फैल गया है। घटना के बाद, पुलिस पुल पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जाँच कर रही है।