Jammu Kashmir News : भूस्खलन के बाद राजौरी में पीर पंजाल की सड़कें बीआरओ ने साफ कीं; आईएमडी ने अलर्ट जारी किया

ब्यूरो चीफ श्री मुश्ताक अहमद भट जम्मू कश्मीर
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने शुक्रवार को पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला में बारिश और अचानक आई बाढ़ के कारण राजौरी ज़िले में भूस्खलन और संपर्क बाधित होने के बाद सड़क साफ़ करने का काम शुरू कर दिया। वहीं,भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों के लिए मौसम संबंधी अलर्ट जारी किया है। स्थानीय निवासी राम कृष्ण ने चल रहे काम पर राहत व्यक्त करते हुए कहा अब काफ़ी राहत मिली है निर्माण से बहुत से लोगों को सुविधा हो रही है लोग सड़कों को बहाल करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं..हम सीमा सड़क संगठन विभाग के आभारी हैं। निर्माण कुछ समय में पूरा हो जाएगा। कृष्ण ने आगे कहा कम से कम 80% प्रभाव बारिश के कारण पड़ा लेकिन निर्माण कार्य जारी रहा बारिश के कारण कई भूस्खलन हुए हैं। कुछ दिनों से काम धीमा था हमारी समस्याएँ जल्द ही हल हो जाएँगी। इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने क्षेत्र के लिए मौसम संबंधी चेतावनी जारी की है। पुंछ रियासी राजौरी किश्तवाड़ और उधमपुर जिलों में शुक्रवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है जिसमें गरज और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। पुंछ किश्तवाड़ जम्मू रामबन और उधमपुर में शनिवार और रविवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है जिससे भारी बारिश की संभावना जताई गई है। गुरुवार को जम्मू और कश्मीर क्षेत्र में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण प्रतिकूल मौसम की स्थिति का सामना करना पड़ा जिससे स्थानीय लोगों का दैनिक जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जम्मू संभाग के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 30 अगस्त 2025 तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। यह निर्णय कई जिलों से मिली चिंताजनक रिपोर्टों के बाद लिया गया है, जिनमें स्कूल संचालन को प्रभावित करने वाली गंभीर स्थितियों को उजागर किया गया था। संस्थान प्रमुखों को सलाह दी गई है कि वे जहाँ भी उपयुक्त बुनियादी ढाँचा और इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध हो वहाँ विशेष रूप से कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने की संभावना तलाशें। जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने दो दिनों की लगातार बारिश से हुए नुकसान पर चिंता व्यक्त की और कहा कि केंद्र शासित प्रदेश एक बड़े संकट से बाल-बाल बच गया है।