*यूपीयूएमएस सैफई में दो दिवसीय 18वां “यूपीटीबीसीसी-कॉन 2025” कल से प्रारंभ*
देशभर के प्रतिष्ठित श्वसन रोग विशेषज्ञ करेंगे शिरकत
सैफई (इटावा), 27 अगस्त 2025।
उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (यूपीयूएमएस), सैफई में आगामी 29 एवं 30 अगस्त 2025 को दो दिवसीय 18वां यूपीटीबीसीसी-कॉन का भव्य आयोजन होने जा रहा है। यह सम्मेलन “उत्तर प्रदेश क्षय रोग संघ” के तत्वावधान में विश्वविद्यालय के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग द्वारा आयोजित किया जाएगा।
माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा कि यूपीयूएमएस में इस राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन विश्वविद्यालय परिवार के लिए गर्व और प्रसन्नता का विषय है। उन्होंने कहा”टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। यह सम्मेलन इस दिशा में एक सार्थक पहल है। विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए उझयानी ग्राम को टीबी मुक्त घोषित किया जा चुका है। इसके साथ ही हमारे चिकित्सक ‘निक्षय मित्र’ की भूमिका निभाते हुए अब तक 100 से अधिक टीबी रोगियों को गोद ले चुके हैं। यह क्रम निरंतर आगे बढ़ रहा है और हम सब मिलकर इस सामाजिक जिम्मेदारी को निभाते हुए टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभागध्यक्ष व नॉर्थ जोन जेटीएफ चेयरमैन डॉ सूर्यकांत त्रिपाठी का भी मानना है कि यह कॉन्फ्रेंस आने वाले समय में टीबी रोगियों के बेहतर इलाज प्रबंधन के विषय में बेहतर चर्चा का केंद्र बनेगी व जिससे टीबी रोगियों का बेहतर इलाज प्रबंधन हो सकेगा।
रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभागाध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश टास्क फोर्स कमेटी के वाइस चेयरमैन प्रो. (डॉ.) आदेश कुमार ने बताया कि टीबी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (TAI) की स्थापना फरवरी 1939 में हुई थी। इसकी प्रांतीय शाखा यूपी टीबी एसोसिएशन के अंतर्गत यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस संघ की प्रेसिडेंट माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल हैं तथा प्रांतीय चेयरमैन व यूपीयूएमएस पूर्व निदेशक एंव महामहिम राष्ट्रपति द्वारा डॉ बी सी राय अवार्ड से सम्मानित प्रो. (डॉ.) राजेंद्र प्रसाद, देश के विख्यात श्वसन रोग विशेषज्ञ हैं।उन्होंने बताया कि इस दो दिवसीय कार्यक्रम में 29 अगस्त को एक दिवसीय कार्यशाला,30 अगस्त को वैज्ञानिक सत्र आयोजित होंगे। इनमें देशभर से आए प्रतिष्ठित राष्ट्रीय संकाय सदस्य टीबी उन्मूलन, अस्थमा, फेफड़ों का कैंसर, स्लीप मेडिसिन और अन्य श्वसन संबंधी रोगों के साथ-साथ श्वसन चिकित्सा के मूलभूत, उन्नत एवं नवीनतम पहलुओं पर चर्चा करेंगे।
प्रो. (डॉ.) आदेश कुमार ने कहा कि यह सम्मेलन प्रतिभागियों के लिए नए कौशल सीखने, शोध प्रस्तुत करने, ज्ञानवृद्धि करने और राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों से संवाद का अनूठा अवसर होगा।