बिहार में वित्तीय प्रशासन सेवा को लैपटॉप खरीद पर 85 लाख रुपये तक खर्च की अनुमति, रंजन कुमार बने बिहार कैंसर केयर सोसायटी के पहले सीईओ
बिहार वित्तीय प्रशासन सेवा को लैपटॉप खरीद पर 85 लाख तक खर्च की अनुमति, रंजन कुमार बने कैंसर केयर सोसायटी के पहले सीईओ

पटना। बिहार वित्त विभाग ने वित्तीय प्रशासन सेवा के पदाधिकारियों को लैपटॉप, टैबलेट और आईपैड की खरीद के लिए अधिकतम 85 लाख रुपये तक खर्च करने की मंजूरी दे दी है। पहले यह सीमा 60 हजार रुपये थी। वित्त विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी है। वर्ष 2016 में ई-गवर्नेंस योजना के तहत यह सुविधा शुरू की गई थी, जब इस सेवा को बिहार लेखा सेवा के नाम से जाना जाता था।
विभाग ने साइबर सुरक्षा और वित्तीय प्रबंधन के बढ़ते दायरे को देखते हुए नवीनतम तकनीकी वाले उपकरणों की जरूरत का हवाला देते हुए यह सीमा बढ़ाई है। उपकरण की खरीद पदाधिकारी स्वयं करेंगे और विपत्र जमा कर भुगतान प्राप्त करेंगे। बीमा, रखरखाव और अपग्रेडेशन का खर्च खुद उठाना होगा।
इधर, राज्य सरकार ने भारतीय राजस्व सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी रंजन कुमार को बिहार कैंसर केयर एंड रिसर्च सोसायटी का पहला मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी नियुक्त किया है। उन्होंने विकास भवन में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत प्रत्यय के समक्ष पदभार संभाला।
बढ़ते कैंसर मामलों को देखते हुए गठित यह सोसायटी कैंसर की रोकथाम, इलाज, टीकाकरण और जागरूकता कार्यक्रमों का संचालन और निगरानी करेगी। आंकड़ों के अनुसार, बिहार में हर साल डेढ़ से दो लाख लोग कैंसर की चपेट में आते हैं। होमी भाभा कैंसर अस्पताल के सहयोग से राज्य में कैंसर स्क्रीनिंग, छह मेडिकल कॉलेजों में कीमोथेरेपी सुविधा और दवाओं की आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है।



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