
पटना, 18 जुलाई 2025 – राजधानी में गुरुवार सुबह एक बार फिर अपराधियों ने कानून-व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए दिनदहाड़े अस्पताल के अंदर एक कैदी की हत्या कर दी। राजा बाजार स्थित पारस एमएमआरआई अस्पताल में भर्ती कुख्यात कैदी चंदन मिश्रा को पांच शूटरों ने कमरा नंबर 209 में घुसकर गोलियों से भून डाला।
सुबह 7:15 बजे की इस वारदात को बेहद सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया। सभी शूटर ऑटोमैटिक पिस्टल से लैस थे और चेहरा तक नहीं ढका था। CCTV फुटेज के मुताबिक, सभी हमलावर कुछ सेकंड में वारदात को अंजाम देकर आराम से फरार हो गए।
पुलिस को मिले अहम सुराग
फुटेज की जांच में फुलवारीशरीफ के तौसीफ उर्फ बादशाह, मन्नू, सूरजभान और भिंडी उर्फ बलवंत सिंह के नाम सामने आए हैं। पुलिस को शक है कि बादशाह का एक दोस्त भी अस्पताल में भर्ती है और इसी वजह से गैंग को अस्पताल में एंट्री मिली।
हत्या को गैंगवार और सुपारी किलिंग से जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, चंदन मिश्रा और बादशाह के बीच पहले भी जेल में विवाद हो चुका था।
अस्पताल प्रशासन की लापरवाही पर हंगामा
हत्या के बाद चंदन के परिजन व समर्थक अस्पताल पहुंचे और प्रशासन पर सुरक्षा में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। स्थिति को संभालने के लिए पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा।
तीन शूटर बाइक से हुए फरार
शूटरों में से तीन एक बाइक पर सवार होकर फरार हुए, जिनमें से एक ने हेलमेट पहना था और एक मास्क लगाए था। बीच वाला शूटर दोनों हाथों में पिस्टल लहराते हुए कैमरे में कैद हुआ। बाकी दो शूटर अन्य रास्तों से भाग निकले।
जांच तेज, गिरफ्तारी जल्द संभव
पुलिस ने एसआईटी का गठन कर सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सूत्रों की मानें तो पुलिस हत्यारों के काफी नजदीक पहुंच चुकी है और जल्द ही गिरफ्तारी संभव है।
निष्कर्ष:
पारस अस्पताल में हुई यह वारदात न केवल बिहार की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि अपराधी अब अस्पताल जैसी सुरक्षित मानी जाने वाली जगहों को भी टारगेट करने से नहीं हिचक रहे हैं। अब देखना यह है कि पुलिस कितनी तेजी से आरोपियों को पकड़ पाती है और इस हत्याकांड के पीछे की असली वजह क्या निकलकर सामने आती है।